सोलन में सबसे अधिक त्रासदी शामती क्षेत्र में देखी गई। करीबन 5 मकान इस त्रासदी का शिकार हो चुके है। बाकी भवन में असुरक्षित बताए जा रहे है। जिसमें से 90 भवनों को खाली करवा दिया गया है। इस त्रासदी में राजगढ़ रोड़ बंद हो चुका है क्यों कि दो विशाल काय पत्थर सड़क पर आ गिरे थे। इन पत्थरों को तोड़ने का जब कार्य चल रहा था तब क्षेत्र वासियो ने इस कार्य पर एतराज जताया और कार्य को बीच में रुकवा दिया गया। एडीसी अजय यादव इस रोड़ की अहमियत को जानते थे इस लिए वह खुद मौके पर जेसीबी पर सवार हो कर पहुंचे। सड़क का जायज़ा लिया और स्थानीय जनता से आपत्तियां के बारे में पुछा और उसका मौके पर निपटारा किया। अब फिर से इस सड़क को खोलने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही इस रोड़ को आरम्भ कर दिया जाएगा। एडीसी अजय यादव के कुशल नेतृत्व की वजह से सोलन में सभी प्रभावितों के रहने और खाने का उचित प्रबंध किया गया है। जिस पर वह स्वयं कड़ी नज़र भी रख रहे है। यही वजह है कि कोई भी प्रभावित प्रशासनिक तौर पर मायूस और हताश नहीं है