जश्न को रोका, फिर विपक्षी के सम्मान में झुके और देने लगे बधाई… अपना कोहली तो कमाल है

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर सभी का दिल जीत लिया है। साउथ अफ्रीका और भारत का दूसरा टेस्ट डीन एल्गर के करियर का आखिरी मैच है। अपने करियर की आखिरी पारी में जब एल्गर आउट हुए तो विराट ने सभी से जश्न नहीं मनाने की अपील की।

केपटाउन: साउथ अफ्रीका और भारत (SA vs IND) के बीच खेला जा रहा दूसरा टेस्ट डीन एल्गर का आखिरी इंटरनेशनल मैच भी है। इस मैच में एल्गर साउथ अफ्रीका की कप्तानी भी कर रहे हैं। लेकिन उनके लिए आखिरी टेस्ट बल्ले से कुछ खास नहीं रहा। वह मैच के पहले ही दिन दो बार आउट हो गए। अपने करियर की आखिरी पारी में वह 12 रन बनाकर मुकेश कुमार का शिकार बने। स्लिप में विराट कोहली ने उनका कैच लिया।

विराट ने जश्न मनाने से रोका

मुकेश कुमार की गेंद ने डीन एल्गर के बल्ले का बाहरी किनारा लिया। वह पहली स्लिप में खड़े विराट कोहली के हाथों में चली गए। इसके बाद विराट ने हाथ उड़ाकर साथी खिलाड़ियों को जश्न नहीं मनाना का इशारा किया। फिर उन्होंने एल्गर की तरफ इशारा करके उनके सम्मान में झुके। फिर एल्गर के पास जाकर विराट उनसे गले भी मिले। भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ समेत सपोर्ट स्टाफ के सदस्य भी एल्गर के पवेलियन लौटते समय खड़े होकर ताली बजा रहे थे।

आखिरी टेस्ट में बनाए 16 रन

डीन एल्गर ने अपने आखिरी टेस्ट की पहली पारी में 4 जबकि दूसरी पारी में 12 रन बनाए। मोहम्मद सिराज ने उन्हें पहली पारी में बोल्ड किया था। 36 साल के एल्गर ने 2012 में टेस्ट डेब्यू किया था। तब वह मध्यक्रम में खेलने उतरे थे। वह अपने डेब्यू टेस्ट में ही पेयर हो गए थे। टेस्ट मैच की दोनों पारियों में खाता खोले बिना आउट होने के क्रिकेट में पेयर कहा जाता है। अपने 11 साल के टेस्ट करियर में एल्गर ने 86 मुकाबले खेले। इकी 152 पारियों में उनके बल्ले से 37.65 की औसत से 5347 रन निकले। इसमें 14 शतक शामिल हैं। उनकी सबसे बड़ी पारी 199 रनों की रही। भारत के खिलाफ इस सीरीज के पहले मैच में एल्गर ने 185 रन बनाए थे।