चुनावों के बाद सिरमौर के  भाजपा नेता भूले हाटी समुदाय का मुद्दा : अरुण मेहता 

सिरमौर जिला का सबसे बड़ा चुनावी  मुद्दा हाटी  समुदाय को जनजातीय दर्जा दिलाना है।  हाटी  समुदाय के मुद्दे को लेकर कई चुनाव लड़े गए ।   भाजपा ने  इस मुद्दे को भुना कर कई बार जीत भी हासिल की।  अब लोकसभा चुनाव आने वाले है तो सिरमौर में एक बार फिर यह मुद्दा तूल पकड़ रहा है।  कुछ दिन पहले प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भरी सभा में भाजपा को घेरते हुए कहा कि चुनावों में हार के बाद  भाजपा के नेता  जो हाटी पुत्र बन कर जनजातीय दर्जा दिलाने की बात कह रहे थे वह समाधि में विलीन हो गए है।  अब यह बात भाजपा नेताओं को रास नहीं आ रही है।  इस मुद्दे को लेकर प्रदेश कांग्रेस सचिव अरुण मेहता ने सोलन में मीडिया के माध्यम से भाजपा नेताओं को घेरा और कहा कि भाजपा नेताओं को   मंत्री हर्षवर्धन चौहान समाधि से   जगाने का प्रयास का रहे है क्योंकि उन्होंने सिरमौर की जनता से चुनावों के दौरान जनजातीय दर्जा दिलाने की बात की थी। लेकिन चुनाव हारने के बाद सभी नेता विलुप्त हो गए है।

प्रदेश कांग्रेस सचिव अरुण मेहता ने कहा कि  सिरमौर के भाजपा नेताओं ने हाटी समुदाय के मुद्दे को बहुत भुनाया और सत्ता भी हासिल की लेकिन सत्ता में आने के बाद वह इस मुद्दे को भूल बैठे है। उन्हें उनकी नींद से जगाने का   उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान  प्रयास कर रहे है। उन्हें बताना चाहते है कि केंद्र में सरकार भाजपा की है और वह  वर्षों बीत जाने के बाद भी  हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा नहीं दिलवा पाए जिस से साबित होता है कि वह केवल सत्ता में आने के लिए ही वह इस मुद्दे का सहारा लेते है। इस लिए वह उन्हें चेतावनी देते है कि वह इस मुद्दे को लेकर ओछी राजनीति न करें।