सूबे में भारी वर्षा से जगह-जगह नुकसान हो रहा है। शिमला (shimla) जिले के रोहड़ू उपमंडल की चिड़गांव तहसील में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। चिड़गांव की उपतहसील जांगला डिसवाणी पंचायत के जगोटी में बादल फटने से स्थानीय लैला खड्ड में बाढ़ आ गई।
इस दौरान एक ढाबा भूस्खलन (landslide) की चपेट में आ गया। घटना में दादा-दादी और पोता मलबे में दबकर लापता हो गए। लापता हुए लोगों की पहचान रोशन लाल (62), उनकी पत्नी भागा देवी (57), और पोता (11) कार्तिक के रूप में हुई है।
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शनिवार सुबह हुई घटना के बाद स्थानीय प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation) शुरू कर दिया है। लापता हुए लोगों का फ़िलहाल अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। वहीं बादल फटने से इलाके में भारी नुकसान होने की आंशका है। जिसका आंकलन किया जा रहा है।
चिड़गांव के नायब तहसीलदार सौरभ धीमान ने कहा कि ढाबे के ढह जाने से इसके मलबे में एक ही परिवार के तीन लोग लापता हो गए हैं। इनमें दादा-दादी और पोता शामिल हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इलाके में राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
बता दें कि मौसम विभाग (weather department) ने अगले तीन दिन प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य में भूस्खलन से 600 से अधिक सड़कें बंद हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। कई जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित चल रही हैं। दो दिन पहले ही चिड़गांव के खाबल में एक कार के खाई में गिरने तीन लोगों की मौत हुई थी।