चुनावों में राजनीतिक दल एक दूसरे पर छींटाकशी तो कर रहे है लेकिन वह विकास के क्या कार्य करेंगे ? किस वर्ग को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य करेंगे यह कोई स्पष्ट नहीं कर रहा है। व्यापारी मुकेश गुप्ता ने कहा कि आज तक देश में व्यापारी को हमेशा अनदेखा किया गया है। उनके उत्थान के लिए कोई भी कदम उठाए नहीं गए है। वहीँ पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष कुल राकेश पंत ने कहा कि सांसद दूरदर्शी होने चाहिए उन्हें अपने क्षेत्र का संतुलित विकास करना चाहिए। लेकिन पिछले पांच वर्षों में ऐसा कुछ नहीं दिखा। बिना किसी सोच के ही पैसा खर्च कर दिया गया।
इस मौके पर व्यापारी मुकेश गुप्ता और पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष कुल राकेश पंत ने कहा कि व्यापारी वर्ग भी गरीब होते है उनके उत्थान के लिए भी सरकार को कुछ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटे छोटे दुकानदार जो रोज़ कमाते है और खाते है क्या उन्हें सरकार की मदद की आवश्यकता नहीं है। अन्य वर्गों की तरह आर्थिक तौर से कमज़ोर व्यवसायिओं के लिए भी सरकार को निति बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि व्यवसायी सरकार को सारी उम्र टैक्स देता है लेकिन बुढ़ापे में उस सब नज़रअंदाज़ कर देते है। वहीँ कुल राकेश पंत ने कहा कि सांसद को अपना पैसा सोच समझ कर खर्च करना चाहिए। वोट की लालसा में वह अपनी निधि का बड़ा हिस्सा एक ही क्षेत्र पर खर्च कर देते है जो पैसा अन्य स्कीम से भी खर्च किया जा सकता था। इस लिए सांसद को दूरदर्शी बनने की आवश्यकता है।