खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की मौत के दावों के बीच उनका एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें पन्नू को अमेरिका के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सामने खड़ा देखा जा सकता है. वो नए वीडियो में कह रहा है कि वो एक दिन संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सामने खालिस्तान का झंडा लहरा के रहेगा.
वीडियो सामने आने के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के बयान भी आया, जिसमें उन्होंने कहा- ‘हमें वीडियो के बारे में जानकारी है. कनाडा के सामने इन धमकियों के मामलों को उठाया जा रहा है.’
आरोप है कि पन्नू लंबे समय से अमेरिका में बैठकर पंजाब रेफरेंडम 2020 के नाम पर खालिस्तानी आंदोलन चला रहा है, और सिखों को भड़काने का काम कर रहा है. उसने सिखों को खालिस्तान अभियान से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल किया. पंजाब में ऐसे कई लोग पकड़े जा चुके हैं, जिन्होंने पन्नू के कहने पर राज्य में खालिस्तानी नारे लिखकर माहौल खराब करने की कोशिश की.
बता दें, भारत सरकार ने साल 2020 में UAPA कानून के तहत पन्नू को आतंकवादी घोषित कर दिया था. जुलाई 2020 में पंजाब पुलिस ने कपूरथला और अमृतसर में पन्नू के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था.पन्नू अमृतसर के खानकोट का रहने वाला है. पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई करने के बाद वो विदेश चला गया और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गया.
आरोप है कि खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर उसने पंजाब में खालिस्तानी अलगाववादी मुहिम को फिर जिंदा करने की कोशिश की. वो 2007 में बनाए गए सिख फॉर जस्टिस के संस्थापकों में से एक है.