भारतीय विश्वविद्यालय संघ एवं हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला की ओर से आयोजित अखिल भारतीय इंटर जोनल महिला भारोत्तोलन प्रतियोगिता का समापन साई इंडोर स्टेडियम में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर उपस्थित हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा तथा कांगड़ा विधायक पवन काजल ने शिरकत की। कार्यक्रम अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पद्मश्री हरमहेंद्र सिंह बेदी तथा कुलपति एस. पी. बंसल भी मौके पर मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि जयराम ठाकुर ने भारत में खेल की स्थिति पर अपनी बात रखते हुए कहा कि देश का नेतृत्व खेल को बढ़ावा देने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री सभी बैठकों में यह बात कहते हैं कि भारत इतनी बड़ी शक्ति है, लेकिन खेल जगत में हमें जहां पहुंचना चाहिए था, हम वहां नहीं पहुंच सके हैं। प्रधानमंत्री सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से गुजारिश करते हैं कि खेल को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करें। पिछले एक दशक से देश को एक मजबूत नेतृत्व मिला है। इससे भारत की पहचान अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अलग रूप से बनी है। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की, कि प्रधानमंत्री कई देशों के दौरे पर हिमाचली टोपी पहनकर जाते हैं।
जयराम ठाकुर ने हिमाचल में बढ़ते नशे के प्रचलन पर अपनी चिंता जाहिर की और कहा कि पिछले 2 हफ्ते में 4 मौतें नशे के कारण हुई हैं। यह देश और राज्य का नुकसान है। उन्होंने बताया कि खेल नशे से दूर होने का महत्वपूर्ण माध्यम बन सकता है। खेल अनुशासन सिखाता और अनुशासन के दम पर हम अपने युवाओं को नशे से दूर रख सकते हैं। खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी जीते हैं, उन्हें बधाई, लेकिन जो पीछे रह गए हैं, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। वे खेल भावना को समझते हुए अपनी कमियों पर काम करेंगे और अगली बार उसे दूर करने की कोशिश करेंगे।
कार्यक्रम अध्यक्ष कुलाधिपति पद्मश्री डॉ. हरमहेंद्र सिंह बेदी ने खेलों के सफल आयोजन के लिए विवि परिवार को बधाई दी। कुलपति एस. पी. बंसल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला द्वारा आयोजित अखिल भारतीय इंटर जोनल महिला भारोत्तोलन प्रतियोगिता एक प्रकार का खेल महाकुंभ था, जिसमें भारत की बेटियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस आयोजन के लिए उन्होंने पूरे विवि परिवार का धन्यवाद किया और कहा कि सभी के समर्थन के साथ ही इस तरह का आयोजन संभव हो सकता है। उन्होंने कॉमनवेल्थ में भारत के लिए सिल्वर मेडल विजेता बिंदिया रानी का उदाहरण देते हुए उनके संघर्ष पर विस्तृत बात की।
कार्यक्रम के अंत में 71, 76,81,87, और 87+केजी कैटेगरी के विजेताओं को मेडल देकर सम्मानित क्या गया। ओवर-ऑल परिणामों में एमडीयू रोहतक को पहला, पंजाब विवि, चंडीगढ़ को दूसरा और पंजाबी विवि, पटियाला को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इन्हें ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए रानी नायक को पुरस्कृत किया गया, जिन्होंने क्लीन एंड जर्क में 151 किलो का भार उठाया था। चार दिनों तक कार्यक्रम में रेफरी की भूमिका में रहे सभी लोगों को सम्मानित किया गया। मौके पर कुलसचिव तथा खेल निदेशक प्रो. सुमन शर्मा, डीन छात्र कल्याण प्रो. सुनील ठाकुर सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी, शोधार्थी तथा छात्र उपस्थित थे। इस मौके पर प्रतियोगिता के आयोजन पर बनी एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई, जिसे पत्रकारिता, जनसंचार एवं नव मीडिया स्कूल के शोधार्थियों ने बनाया था।