एनएचएआई द्वारा परवाणू सोलन फोरलेन तो बना दिया गया है लेकिन यह मार्ग आसपास के गांव के लिए सर दर्द बन गया है ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि फोरलेन के साथ लगते गांवों को ठीक से सड़क भी उपलब्ध नहीं करवाई गई है जिसकी वजह से कई लोग गांव बेहद सुरक्षित हो चुके हैं जिसका जीता जाता उदाहरण कुम्हारहट्टी के समीप बाड़ा गांव है इस गाँव के लिए राष्ट्रीय उच्च मार्ग द्वारा इतना खतरनाक रोड बना कर दिया है जिसमें गाड़ी उतारना तो दूर लोगों का पैदल चलना भी बेहद मुश्किल हो रहा है आपातकाल में इस गांव में ना एंबुलेंस आ सकती है और ना कोई दमकल विभाग के वाहन आ सकते है। कहने को तो यह सड़क है लेकिन गांव वासी सड़क के नाम पर इसको बड़ा मजाक बता रहे हैं। गौर तलब है कि यहां पर दो दिन पहले भीषण आग लगी थी। इस आग में यह गांव पूरी तरह से घिर गया था। दमकल विभाग को बुलाया गया तो उनका वाहन गांव में नहीं उतर पाया क्योंकि वह सड़क से नीचे आने का जोखिम नहीं उठाना चाहते थे। जिस कारण घरों के पानी से गांववासी खुद ही आग बुझाने को मजबूर थे।
गांव वासियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि एनएचएआई द्वारा जो सड़क उन्हें बना कर दी गई है वह उनके साथ एक बड़ा मजाक है क्योंकि इस सड़क में ना एंबुलेंस उतर सकती है और ना ही फायर ब्रिगेड के वाहन आ सकते हैं। इस सड़क पर अगर कोई भूल से वाहन उतार भी लेता है तो खड़ी चढ़ाई होने के चलते दुर्घटना होने के की संभावना बनी रहती है। .उन्होंने कहा कि इस सड़क को ठीक और चौड़ा करने के लिए कई बार आग्रह भी किया जा चुका है स्थानीय विधायक से लेकर उपायुक्त सोलन को भी आग्रह किया जा चुका है। लेकिन अभी तक कोई भी सकारात्मक कदम उनके द्वारा नहीं उठाया गया है .इसलिए वह चाहते हैं की गांव की सुरक्षा की दृष्टि से सड़क को जल्द से जल्द ठीक किया जाए।