कर्नाटक में लोकायुक्त कर्मियों ने आय से अधिक संपत्ति मामले में 10 सरकारी अधिकारियों से जुड़े 40 स्थानों पर बुधवार को छापे मारे. लोकायुक्त पुलिस महानिरीक्षक डॉ. ए सुब्रमण्येश्वर राव ने मीडिया को बताया कि बेंगलुरु को छोड़कर विभिन्न जिलों में छापेमारी की गई है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चामराजनगर, मैसूरु, हासन, मंड्या, तुमकुर, कोप्पल और मंगलुरु में अधिकारियों के खिलाफ छापे जारी हैं.
आज सुबह से ही बेंगलुरु, मांड्या, मैसूर, हासन, तुमकुर, चिक्कमगलुरु, कोप्पाला, चामराजनगर, बेल्लारी, विजयनगर, मैंगलोर समेत राज्य के कई हिस्सों में सरकारी अधिकारियों के घरों और दफ्तरों पर लोकायुक्त की छापेमारी और जांच की जा रही है. यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी 10 से ज्यादा जिलों में चल रही है.
अधिकारियों ने बताया कि विद्युत विभाग के कार्यकारी अभियंता के खिलाफ मांड्या में छापे मारी की गई, जिनका बेंगलुरु के विद्यारण्यपुरा में एक घर और नागमंगला में एक फार्महाउस है. लोकायुक्त कर्मियों ने कार्यकारी अभियंता के ससुर के आवास पर भी छापेमारी की जो नागमंगला में सत्तारूढ़ कांग्रेस के एक प्रभावशाली नेता हैं. लोकायुक्त अधिकारियों ने हासन में एक खाद्य निरीक्षक के आवास और कार्यालय पर छापेमारी की. उन्होंने खाद्य निरीक्षक के भाई के आवास की भी तलाशी ली. सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक ग्रामीण अवसंरचना विकास निगम के एक कार्यकारी इंजीनियर भी लोकायुक्त की जांच के घेरे में है.
वहीं, हाल ही में लोकायुक्त अधिकारियों ने कर्नाटक में छापेमारी की थी. जहां, अधिकारियों ने अवैध संपत्ति अर्जित करने के आरोप में सरकारी अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों पर के आवास पर छापे मारे थे, उस छापेमारी में ग्राम स्तर पर बुनियादी शासकीय संस्था, ग्राम पंचायत के एक सदस्य के पास 25 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ था. बता दें, ग्राम पंचायत सदस्य, जिनकी पहचान बेंगलुरु दक्षिण तालुक के चन्नानहल्ली के एचडी सुरेश के रूप में की गई है, उनके पास 16 साइटें, एक घर और 7.6 एकड़ कृषि भूमि थी, जिसकी कीमत लगभग 21 करोड़ रुपये है.