कहते हैं खुशियां बांटने से बढ़ती है. मां-बाप की बात करें तो उन्हें अपनी सफ़लता से ज़्यादा खुशी अपने बच्चों की सफ़लता से मिलती है. वो चाहते हैं कि जो वो नहीं कर पाए, जो सुविधाएं उन्हें नहीं मिली वो उनके बच्चों को मिले. हाल ही में 10वीं बोर्ड्स के रिज़ल्ट्स आए. कम पढ़े-लिखे लोगों के बच्चे जब कोई परीक्षा पास करते हैं तब वो ये खुशी सभी के साथ बांटना चाहते थे. एक मेड ने भी कुछ ऐसा ही किया, ट्विटर पर शख़्स ने प्यारी सी स्टोरी शेयर की है.
दो आम ले आई हाउसहेल्प
घर के कामों में हाथ बंटाने वाले लोगों को हम मेड, कुक, ‘सफ़ाई वाला’ आदि कहकर बुलाते हैं. जबकि उन्हें हाउसहेल्प कहना ज़्यादा सही है, घर हमारा है और हमें वो मदद कर रहे हैं. ऐसा कम ही होता है जब घरों में काम करने वाले हाउसहेल्प कुछ दें. उत्कर्ष गुप्ता नामक ट्विटर यूज़र को उसकी हाउसहेल्प ने दो आम दिए.
बेटे के पास होने की खुशी में आम दिए
ट्विटर पर @PaneerMakkhani नाम के यूज़र उत्कर्ष गुप्ता ने आम देने के पीछे की वजह बताई दो पूरे ट्विटर पर खुशी का माहौल छा गया. उत्कर्ष ने लिखा, ‘हाउस हेल्प दो आम ले आईं क्योंकि उसके बच्चे ने 10वीं बोर्ड पास कर लिया.’ उत्कर्ष ने आम की तस्वीर भी लगाई.
जनता की प्रतिक्रिया
4 जून को शेयर किया गया ये ट्वीट वायरल हो गया. अब तक इस पर 2 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स और कई प्रतिक्रियाएं आ चुकी हैं. कुछ यूज़र्स ने बच्चे के सुनहरे भविष्य की कामना की और कुछ ने हाउस हेल्प की तारीफ़ की.
एक यूज़र ने लिखा, ‘उसके बच्चे का भविष्य उज्जवल हो. उनका दिल सच्चा होता है और वो स्नेह बहुत प्यारे तरीकों से दिखाते हैं.’
एक यूज़र ने अपना अनुभव शेयर किया, ‘मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था. जब मैं सिविल हॉस्पिटल में काम करती थी तो फ़ोलो अप विज़िट्स में मेरे मरीज़ फल, सब्ज़ियां देते थे. मैंने सिल्वासा में आदिवासी इलाके में 12 साल काम किया.’