आपदा के समय प्रशासनिक तैयारियों और इसके प्रबंधन को लेकर खंड विकास अधिकारी कार्यालय के सभागार में बैठक का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता एसडीएम अमर नेगी ने की। एसडीएम ने कहा कि मानसून के मौसम में अत्याधिक वर्षा होने से नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने, भूस्खलन और बादल फटने इत्यादि से जनजीवन प्रभावित होता है। ऐसी किसी भी आपदा से निपटने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से त्वरित करवाई के लिए तैयार रहें।
उन्होंने बताया कि मानसून के मौसम में उपमंडल में आपदा से निपटने और प्रशासन तक जानकारी उपलब्ध करवाने व सहायता प्रदान करने के लिए एसडीएम कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यह कंट्रोल रूम 24 घंटे लोगों की सहायता और राहत के लिए खुला रहेगा। कंट्रोल रूम का नंबर 01907-266001 रहेगा।
एसडीएम ने राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग व नगर परिषद के अधिकारियों को उपमंडल की सभी कूल्हों, नालों की सफाई समय पर करवाने के निर्देश दिए। ताकि भारी वर्षा में पानी की निकासी आसानी से हो सके। स्वास्थ्य विभाग को बरसात के मौसम में फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम संबंधी दवाइयां उपलब्ध कराने, जल शक्ति विभाग को पानी के टैंकों की निरंतर सफाई, विद्युत विभाग को आपदा की स्थिति में बिजली उपलब्ध करवाने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी विभागों के अधिकारियों से अपने संसाधनों व मशीनरी को हर समय तैयार रखने के निर्देश दिए।
बैठक में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर लोगों को बाढ़ से बचाव के लिए जागरूक करें। यह निर्णय भी लिया गया कि पंचायत स्तर पर एक आपातकालीन योजना बनाई जाए और अपने संसाधनों का जायजा लेकर भंडार तैयार करके रखा जाए। ताकि आपदा के समय आपातकालीन योजना और संसाधनों का सदुपयोग हो सके।
बैठक में डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार, तहसीलदार वेद प्रकाश, बीडीओ विवेक चौहान, सीडीपीओ शिव सिंह वर्मा सहित जल शक्ति, लोक निर्माण, विद्युत, स्वास्थ्य, कृषि विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।