भारत एक ऐसा देश है जो चारों तरफ दुश्मनों से घिरा हुआ है. ऐसे में केंद्र सरकार के द्वारा जो अग्निपथ योजना चलाई जा रही है. वह एक लंगड़ी योजना है और इससे जहां युवाओं का भविष्य खराब होगा तो वहीं, देश की सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाएगी. ढालपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विसमैन लीग कांग्रेस के अध्यक्ष सेवानिवृत्ति ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर ने कहा कि इस योजना सिर्फ 4 साल के लिए हैं और उसके बाद देश का युवा बेरोजगार हो जाएगा.
‘6 महीने ट्रेनिंग में नहीं बनता कोई सैनिक, कमजोर होगी सेना’: टीएस ठाकुर ने कहा कि इस योजना के तहत 17 साल से लेकर 21 साल तक युवा भाग ले सकते हैं और इसमें कोई रैंक नहीं है ना इसमें कोई पेंशन है. 4 साल के बाद 25% युवाओं रेगुलर किया जाएगा और 75% जो कैंडिडेट है उनको वापस घर की और भेजा जाएगा. वहीं, अग्निवीरों को सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी. 6 महीने में तो कोई भी सैनिक अपनी ट्रेनिंग को पूरा नहीं कर पाएगा और देश में एक कमजोर सेना खड़ी होगी, क्योंकि एक अच्छा सैनिक बनने के लिए कम से कम 2 साल की ट्रेनिंग होना जरूरी है. तभी वह देश की सेवा सही तरीके से कर पाएगा.
‘सरकार को इस योजना को बदलना चाहिए’: टीएस ठाकुर ने कहा कि इसके अलावा बीच में अग्निवीरों को छुट्टियां भी दी जाएंगी और वह मात्र 3 साल तक ही देश की सेवा कर पाएगा. उसके बाद 11 लाख रुपये देकर उसे घर भेज दिया जाएगा और इस तरह से इस देश में बेरोजगारी भी बढ़ेगी. हालांकि सरकार के द्वारा कहा जा रहा है कि अग्निवीरों को अन्य पैरा मिलिट्री फोर्स में भी देश की सेवा करने का मौका दिया जाएगा, लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा कोई स्थिति साफ नहीं की गई है कि कितने अग्निवीरों को पैरा फोर्स में शामिल किया जाएगा. ऐसे में सरकार के द्वारा जो योजना चलाई जा रही है वह लंगड़ी है और देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार के द्वारा इस योजना को बदलना चाहिए.