जब से चम्बाघाट शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग बनना आरम्भ हुआ है तब से सड़क किनारे बने मकान और गाँव के लोग बेहद दुखी और चिंतित है। ऐसा हम इस लिए कह रहे है क्योंकि उनकी सुरक्षा की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। लोगों के घर गिरने की कगार पर है उनमें बड़ी बड़ी दरारें पड़ रही है लेकिन उसके बावजूद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं है। यही वजह है कि सलोगड़ा के समीप गांववासियों ने तंग आ कर राष्ट्रीय उच्च मार्गे पर उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया मौके पर पहुंचे अधिकारियों से भी वह उलझ पड़े। गांववासियों की मांग थी कि जो कलवटें कम्पनी द्वारा डाली गई है उससे बारिश का पानी उनके घर पर छोड़ दिया गया है और जिस कारण उनका गाँव बेहद प्रभावित हुआ है।
गाँववासियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि वह केवल चाहते है कि जो कलवटें कम्पनी द्वारा डाली गई है उसे बंद किया जाए ताकि बारिश में उनके घर को कोई नुक्सान न पहुंचे। उन्होंने कहा कहा कि जब तक कि जिला प्रशासन उनकी मांग नहीं सुनेगा तब तक उनका यह रोष प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में उनका सारा घर गिरते गिरते बचा है। सारा पानी घर में घुस गया था यहाँ तक कि घर में मोटी दरारें आ चुकी है लेकिन प्रशासन उनकी कुछ भी सुनवाई नहीं कर रहा है। बाइट