हिमाचल : पंचतत्व में विलीन हुआ चाइना बॉर्डर पर शहीद “रोहित कुमार”, छोटी बहन ने दी मुखाग्नि

अरूणाचल प्रदेश में सेना की अटलरी बटालियन में चाइना बॉर्डर पर पेट्रोलियम के दौरान शहीद हुए जिला कांगड़ा के शाहपुर विधानसभा के तहत लंज खास पंचायत के 25 वर्षीय रोहित का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में जनसैलाब उमड़ा तथा युवाओं तथा नगारिकों ने भारत माता की जय के नारों के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी । बहन रीता देवी ने अपने भाई को मुखाग्नि दी। एडीसी कांगडा रोहित  जस्सल, तहसीलदार कांगडा मोहित रतन पंचायत प्रधान रेखा देवी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

ग्लेशियर पर पैर फिसलने हुआ था शहीद

गौरतलब है कि 25 वर्षीय रोहित अरुणाचल प्रदेश में सेना की अटलरी बटालियन में चाइना बॉर्डर पर पेट्रोलियम के दौरान ग्लेशियर पर पैर फिसलने से शहीद हो गए थे। मंगलवार तीन बजे के करीब रोहित के मामा को आर्मी के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रोहित पेट्रोलिंग के लिए साथियों के साथ जा रहा था तो अचानक उसका पैर फिसल गया है वह ग्लेशियर की पहाड़ी से गिर गया जब तक उसको वहां से निकाला गया तब तक रोहित शहीद हो चुका था। रोहित के मामा पवन कुमार ने बताया कि रोहित पिछले दो महीने पहले ही 3 नवंबर को छुट्टी काट कर गया था।

मनरेगा में की दिहाड़ी

शहीद रोहित कुमार की मां ने मनरेगा में दिहाड़ी के साथ-साथ लोगों के घर जा जाकर काम किया था ताकि बेटे को अच्छी शिक्षा दे सकें। बेटा भी मां की उम्मीदों पर खरा उतरा। पढाई के साथ साथ काम भी करता रहा और साढ़े 17 साल की उम्र में सेना में भर्ती हो गया था। लेकिन भाग्य की बिडंबना देखिए जिस बेटे के लिए मां ने अपना सारा जीवन कठिनायों में बिताया वो बेटा आज मां भारती की सेवा करते हुए देश के लिए शहीद हो गया। मां को उम्मीद थी कि जिस बेटे के लिए उसने ताउम्र खून पसीना बहाया है, वो बुढ़ापे में उसका सहारा बनेगा, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था बेटा हमेशा के लिए माँ भारती की गोद में सो गया।

बता दें कि रोहित वर्ष 2018 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। रोहित की छोटी बहन रीतू चंडीगढ़ से कोचिंग ले रही है। रीतू ने बताया कि भाई ने उसे न्यू ईयर के दिन सुबह फ़ोन किया था।इसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो पाया। बुधवार शाम तक रोहित का पार्थिव शरीर गांव में पहुंच सकता है।