कभी सोचा है कि हमसे पहले धरती पर रहने वाले इंसानों की ज़िन्दगी कैसी थी? वो कैसे दिखते थे, क्या खाते-पीते थे, एंटरटेनमेंट के लिए क्या करते थे? साइंस और पूर्वजों की ज़िन्दगी में दिलचस्पी रखने वाले लोगों की एक जिज्ञासा का जवाब मिल गया है. साइंटिस्ट्स और रिसर्चर्स ने 2000 साल पुरानी महिला कैसी दिखती थी, इसका पता लगा लिया है.
कैसी दिखती थी 2000 साल पुरानी महिला?
Gulf News
हमारे पूर्वजों की ज़िन्दगी में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए एक खु़शखबरी है. सउदी अरब ने नाबातियन महिला, हिनत (Nabatean Woman Hinat) का सफ़लतापूर्वक रिकन्सट्रक्शन कर लिया है.
कौन थी हिनत?
वैज्ञानिकों का कहना है कि हिनत एक अमीर महिला थी. उसके अवशेष एक अच्छे से संरक्षित मकबरे में मिले थे. हिनत की खोपड़ी और शरीर का ढांचा पूरी तरह से सुरक्षित था. इसी वजह से रिकन्सट्रक्शन प्रोजेक्ट शुरू किया गया.
हिनत को हेग्रा वेलकम सेंटर, अल उला (Hegra Welcome Centre, AlUla) में रखा गया है.
हेग्रा के मकबरे से मिली थी हिनत
NGC
Gulf News के मुताबिक, हिनत प्रथम शताब्दी ईसा पूर्व की महिला थी. हेग्रा के मकबरे से उसके शरीर के अवशेष पाए गए थे. हिनत पहली नाबातियन महिला है, जिसका डिजिटल और फ़िज़िकल रिकन्सट्रक्शन किया गया है.
हेग्रा एक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है. हिनत के अलावा यहां से 69 अन्य लोगों के भी अवशेष मिले थे.
साइंस और आर्ट ने मिलकर बनाया
आर्कियोलॉजिस्ट्स, फोरेंसिक एक्सपर्ट्स, मॉडल मेकर्स की टीम की मेहनत रंग लाई है. हिनत का रिकन्सट्रक्शन आसान नहीं था. UK बेस्ड प्रोजेक्ट को रॉयल कमिशन ऑफर अल उला ने आर्थिक मदद दी.
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, एक्सपर्ट्स की टीम ने मकबरे में मिले हड्डियों के टुकड़ों को जोड़ा, पुराने डेटा को मिलाकर ये तस्वीर विकसित की. 3डी प्रिंटर की मदद से महिला का चेहरा दोबारा बनाया गया.
कौन थे नाबातियन?
Smithsonian Magazine
ईसा मसीह से काफ़ी पहले अरेबियन पेनिनसुला में नाबातियन रहते थे. ये एक अरबी सभ्या थी और हेग्रा में पहली शताब्दी ईसा पूर्व में रहती थी. ये सभ्या पेट्रा (अभी का उत्तर पश्चिम सउदी अरब) तक फैली हुई थी. इस सभ्यता के लोग व्यापारी थे. मसाले, लोहबान और अन्य लक्ज़री चीज़ों का व्यापार कर इन लोगों ने काफ़ी धन-संपत्ति इकट्ठा कर ली थी.
नाबातियन सभ्यता अभी भी बहुत से लोगों के लिए एक रहस्यमयी सभ्यता बनी हुई है. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि हिनत के रिकन्सट्रक्शन के बाद नाबातियन सभ्यता को समझने में मदद मिलेगी.