मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कांगड़ा जिला के प्रागपुर के गांव नक्की में ‘सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम’ की अध्यक्षता की। कहा कि लोगों की समस्याएं घर-द्वार पर हल करने तथा उन्हें सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों एवं कार्यक्रमों से लाभान्वित करने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार की यह पहल है। मुख्यमंत्री ने 11.32 करोड़ रूपये की लागत से बने मंडवारा से करोल वाया चानौरिया बस्ती, बाबा बालोतू मंदिर, सुकर और डाडरी सम्पर्क मार्ग एवं नलसुहा खड्ड पर बने सेतु मार्ग (कौजवे) तथा लगबलियाना व सेहरी खड्ड पर बनी से प्रागपुर वाया दंगरासिद्ध सड़क पर निर्मित दो पुलों का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रागपुर सब तहसील को तहसील बनाने तथा कड़ोहा, चलाली, समनोली पटवार सर्किल को देहरा तहसील से प्रागपुर के साथ मिलाने की घोषणा की। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रक्कड़ को दोबारा शुरू करने, डाडासीबा कॉलेज के लिए एक करोड़, कोटला कॉलेज के लिए तीन करोड़ तथा रक्कड़ कॉलेज के लिए छह करोड़, संयुक्त कार्यालय भवन डाडासीबा के लिए एक करोड़, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सलेटी के लिए 25 लाख, एएचसी सलेटी के लिए 20 लाख, फार्मेसी कॉलेज कूहना में आकदमिक ब्लॉक के लिए दो करोड़, आईटीआई टेरेस के लिए एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने पुलिस चौकी डाडासीबा को थाना बनाने, रक्कड़ कॉलेज, कोटला बेहड़ कॉलेज तथा डाडासीबा कॉलेज में बीबीए तथा बीसीए की कक्षाएं शुरू करने, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नलसूना तथा कलोहा में अगले सत्र से साइंस व कॉमर्स कक्षाएं आरंभ करने के साथ-साथ चामुखा में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी खोलने की घोषणा की। उन्होंने प्रागपुर पीएमसीएच का नया भवन के लिए धन उपलब्ध करवाने तथा पठानकोट-चिंतपूर्णी बस सेवा को बहाल करने, टैरेस-शिमला वाया कोटला रात्रि बस सेवा शुरू करने तथा शिमला प्रागपुर बस सेवा को स्यूल खड्ड तक करने की घोषणा भी की। उन्होंने कोटला बेहड़ के तहत सड़कें बनाने को भी उचित धन उपलब्ध करवाने की घोषणा की।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पौंग बांध के साथ लगते एरिया को ईको सेसेंटिव जोन बनाने के मामले पर प्रदेश सरकार लोगों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है, ताकि लोगों को किसी भी दिक्कत का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि पौंग बांध क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं तथा आने वाले समय में 100 करोड़ की योजनाएं शुरू की जा रही है।ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने शिक्षा क्षेत्र की उपेक्षा की जिसके चलते शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है। आज पांचवीं कक्षा का छात्र दूसरी कक्षा की किताब भी नहीं पढ़ पाता है। इसीलिए राज्य सरकार शिक्षा में सुधार के लिए कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने कहा ‘‘गांव का बच्चा जब सरकारी स्कूल में पढ़े तो वह भविष्य की चुनौतियों का मजबूती के साथ सामना करने में सक्षम होना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शगुन योजना के तहत 10 लाभार्थियों को 31-31 हजार रुपए की आर्थिक सहायता के चैक भी प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया।वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया ने कहा कि बिना केंद्र सरकार की सहायता तथा सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य सरकार ने प्रदेश के आपदा प्रभावितों को 4500 करोड़ का विशेष राहत पैकेज दिया। उन्होंने कहा कि प्रागपुर में भी 84 परिवारों को 3-3 लाख की किश्त जारी की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने आपदा के दौरान सक्षम नेतृत्व प्रदान किया, जिसकी प्रशंसा नीति आयोग तथा विश्व बैंक जैसी संस्थाओं ने की। कांगड़ा जिला को राज्य सरकार ने पर्यटन राजधानी का दर्जा दिया है तथा इससे जिला के साथ-साथ हमीरपुर और ऊना के निवासियों को भी लाभ मिलेगा। प्रधान ग्राम पंचायत प्रागपुर ने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के लिए 11 हजार रुपए तथा स्थानीय निवासी रंजना पटियाल ने आपदा राहत कोष में 50 हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री को भेंट किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर, विधायक संजय रतन, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा, महासचिव विक्रम शर्मा, मंडलाध्यक्ष कुशल सिपहिया, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल, एसपी शालिनी अग्निहोत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।