विश्व की कठिनतम धार्मिक यात्राओं में शुमार “श्रीखंड महादेव यात्रा” शुरू, DC ने दिखाई हरी झंडी

कुल्लू, 07 जुलाई : उपायुक्त एवं श्रीखण्ड महादेव (Shrikhand Mahadev) यात्रा ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने शुक्रवार को निरमंड के सिंघगाड से श्रीखण्ड यात्रा को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने 50 श्रद्धालुओं का जत्था व भीमाकाली छड़ी यात्रा को रवाना किया। इस से पूर्व उपायुक्त ने सिंघगाड में  पूजा अर्चना व हवन में भाग लेकर यात्रा की मंगलकामना की। उन्होंने श्रद्धालुओं को यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए आग्रह किया कि यात्रा के दौरान ट्रस्ट द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित हो सके।

उपायुक्त ने इस दौरान यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से कूड़ा-कचरा विशेषकर प्लास्टिक का कचरा जंगल में न फेंकने का आग्रह किया। उन्होंने श्रद्धालुओं से प्लास्टिक का कचरा अपने साथ वापिस लाने का आग्रह किया। बता दें कि यह यात्रा 7 से 20 जुलाई तक चलेगी। यह यात्रा विश्व की कठिनतम यात्राओं में से एक है। प्रशासन की और से यात्रा से संबंधित दिशा-निर्देश और नियम जारी किए गए हैं। ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई पेश न आए।

5 बेस कैंप स्थापित 

उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन द्वारा श्रीखंड यात्रा को सफल बनाने व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सिंघगाड, थाचड़ू, कुंषा, भीम डवारी व पार्वती बाग में 5 बेस कैंप स्थापित किए गए हैं। यात्रा क्षेत्र को पांच सेक्टरों में निरमंड (nirmand) से श्रीखण्ड तक बांटा गया है। पांचों स्थानों पर सेक्टर ऑफिसर की तैनाती की गई है। इनके नेतृत्व सभी बेस केम्प में चिकित्सक, पैरा मेडिकल (para medical) टीम सहित, रेस्क्यू, पुलिस व प्रशासन की टीमें तैनात की गई है। डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने व श्रद्धालुओं की सहायता के लिए अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण (Atal Bihari Vajpayee Mountaineering) एवं संबद्ध खेल संस्थान के राहत व बचाव कार्य में प्रशिक्षित 16 सदस्यों का दल तैनात किया गया है।

ऐसे पहुंचे श्रीखंड महादेव तक

बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को शिमला (Shimla) से रामपुर (Rampur) का करीब 130 किमी का सफर बस या टैक्सी से तय करना होगा। इसके बाद रामपुर से निरमंड 17 किमी और निरमंड से जाओं का 23 किमी का सफर वाहन से तय करना होता है। इसके आगे श्रीखंड महादेव तक का पैदल करीब 32 किमी का सफर यात्रियों को करना होता है।

यात्रियों के लिए जरूरी हिदायतें

अकसर देखा गया है कि पार्वती बाग से ऊपर कई यात्रियों की ऑक्सीजन (oxygen) की कमी के चलते तबियत बिगड़ने लगती है। ऐसे यात्री जिनको ऑक्सीजन की कमी महसूस हो, ज्यादा सांस फूलना, सिर दर्द होना, चढ़ाई न चढ़ पाना, उल्टी की शिकायत होना, धुंधला दिखना और चक्कर आना जैसे लक्षण आना शुरू हो तो तुरंत आराम करें और नीचे की ओर उतरकर बेस कैंप में चिकित्सक से संपर्क करें।

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यात्री अपने साथ एक पक्का डंडा, ग्रिप वाले जूते, बरसाती छाता, सूखे मेवे, गर्म कपड़े, टॉर्च और ग्लूकोज सहित आवश्यक सामान लेकर जरूर आएं। कठिन और जोखिम भरी श्रीखंड महादेव यात्रा को 2014 से ट्रस्ट के अधीन किया गया है। प्रशासन की ओर से प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

4000 से अधिक श्रद्धालु कर चुके है पंजीकरण 

उपायुक्त ने कहा कि श्रीखंड यात्रा को जाने के लिए श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण (online registration) कर सकते हैं। उन्होनें जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक 4000 से अधिक श्रद्धालु ने यात्रा के लिए पंजीकरण किया है। इसके अलावा सिंघगाड में ऑफ़लाइन पंजीकरण सुविधा उपलब्ध है। श्रद्धालुओं को मेडिकल जांच के बाद ही यात्रा पर जाने दिया दिया जाएगा। आशुतोष गर्ग ने इससे पूर्व रात्रि समय में आरती भाग में भाग लिया तथा लंगर का शुभारंभ भी किया।

एसडीएम निरमंड व उपाध्यक्ष श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट मनमोहन सिंह ने उपायुक्त व अन्य का स्वागत किया और यात्रा के प्रबंधों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि श्रीखंड यात्रा के लिए सायं 5 बजे के बाद किसी भी श्रद्धालु को नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से रात्रि के समय यात्रा न करने का आग्रह किया। इस अवसर पर श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के फाउंडर सदस्य बुद्धि सिंह ठाकुर, डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ, ट्रस्ट के सदस्य व भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के फाउंडर सदस्य पंडित गोविंद शर्मा ने उपायुक्त व अध्यक्ष खंड यात्रा ट्रस्ट आशुतोष गर्ग का स्वागत किया। उन्हें श्रीखंड यात्रा के इतिहास की जानकारी दी।