हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने स्टोन क्रेशर को बंद करने को लेकर सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि घोटाला हुआ, लेकिन पूर्व सरकार के समय में हुआ है। जिसको लेकर वर्तमान से पर्दाफाश किया है। उसी का दर्द भाजपा को हो रहा है। सरकार पारदर्शिता से काम कर रही है और 100 करोड़ का घोटाला स्टोन क्रशर में हुआ है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ने आपदा के समय स्टोन क्रशर को बंद किया था तो जांच में अनियमितता पाई गई हैं। नियमों को ताक पर रखकर स्टोन क्रशर चल रहे थे। 100 करोड़ रूपए का भ्रष्टाचार हुआ है। नियमों अनुसार ही स्टोन क्रशर चलेंगे। भाजपा विधायकों ने आपदा के समय हिमाचल को किसी भी तरह की मदद दिलाने के लिए प्रयास नहीं किया उल्टा रोड़े अटकाने का काम किया जा रहा है।
वाटर सेस को लेकर केंद्र के उपक्रम कोर्ट पहुंचे हैं, जबकि उतराखंड और जम्मू कश्मीर में वाटर सेस दिया जा रहा है, उसको लेकर कोर्ट नहीं गए। हिमाचल के हितों से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा।