सोलन नगर निगम के पार्षद शैलेंद्र गुप्ता ने निगम की टेंडर प्रणाली पर सवाल उठाए और कहा कि उन्हें पूर्ण अंदेशा है कि नगर निगम द्वारा टेंडरों में भ्रष्टाचार किया जा रहा है उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व जो कार्य हो चुका है उसका फिर से टेंडर लगाया गया है जिसकी सूचना उन्हें नहीं दी गई है उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में यह कार्य किया जाना है उस वार्ड के वह खुद पार्षद है लेकिन उनकी सहमति के बगैर ही यह टेंडर लगा दिया गया है उन्होंने बताया कि सभी टेंडर ऑनलाइन लगाए जा रहे हैं लेकिन नियमों को दरकिनार कर इस टेंडर को ऑफलाइन लगाया गया है जो यह इंगित करता है कि जरूर दाल में कुछ काला है
पार्षद शैलेंद्र गुप्ता ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि जिस सड़क पर टाइलें लगाने का टेंडर किया गया है उस सड़क की हालत बिल्कुल ठीक है और कुछ वर्ष पहले ही इस सड़क पर इंटरलॉक टाइलें बिछाई गई है और सड़क की हालत बिल्कुल ठीक है क्षेत्रवासी इस कार्य से बेहद खुश है लेकिन उसके बावजूद भी नगर निगम द्वारा बिना किसी मांग के नियमों को ताक पर रखकर टेंडर लगाया गया है इस टेंडर प्रक्रिया में वार्ड पार्षद की सहमति भी नहीं ली गई है जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इस टेंडर के माध्यम से भ्रष्टाचार किया जा सकता है इसलिए वह इस टेंडर प्रक्रिया की विजिलेंस जांच की मांग करते हैं और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को यह बताना चाहते हैं कि उनके प्रतिनिधि फंड का कैसे दुरुपयोग कर रहे हैं उन्होंने कहा कि वह इसकी लिखित शिकायत उपायुक्त सोलन और मुख्यमंत्री को भी करेंगे ताकि दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए