लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के सातों सीटों पर बेहतर प्रदर्शन व तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस ने इसी कड़ी में प्रदेश चुनाव समिति का भी गठन कर दिया है. जिसमें कल 52 सदस्य हैं. हालांकि इंडिया गठबंधन बनने के बाद बीजेपी को चुनौती देने के लिए दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ने की चर्चा है. लेकिन अभी तक कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की तस्वीर साफ नहीं हुई है. दोनों ही दलों के शीर्ष नेता चुप हैं.
कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित और अजय माकन पहले तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थे, लेकिन अभी वह भी चुप्पी साधे हुए हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से चार सीटों पर और कांग्रेस तीन सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. अभी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति के लिए जिस सूची पर मोहर लगाई है, इसके अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली हैं, जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं. इसके अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन, सुभाष चोपड़ा, जयप्रकाश अग्रवाल, चौधरी अनिल कुमार के नाम प्रमुख हैं.
पार्टी द्वारा बनाए गए पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी में 46 मेंबर हैं और इसके संयोजक प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया को बनाया गया है. वही चतर सिंह को इस कमेटी का कन्वीनर बनाया गया है. कमेटियों को बनाने में जो नाम तय किया गया है उसका मकसद नेताओं में आपसी नाराजगी दूर करना और दिल्ली के सभी इलाकों में कार्यकर्ताओं को नेताओं को सक्रिय करना दिखाई देता है.
बता दें कि सोमवार को ही प्रदेश अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली की अध्यक्षता में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में प्रदेश कार्यालय दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी. जिसमें प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया ने दिल्ली में कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं को जमीनी स्तर पर आम जनता से सम्पर्क करने की अपील की. लोकसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में दिल्ली की स्क्रीनिंग कमेटी ने दिल्ली के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से अलग-अलग बातचीत हुई थी.