Poonch Terrorist Attack: राजौरी में आज बलिदानियों का अंतिम संस्कार होने की संभावना, यूपी और उत्तराखंड से पहुंचे स्वजन
सेना के उच्चाधिकारियों के साथ सुरक्षा एजेंसियों की एक उच्च स्तरीय टीम शनिवार दोपहर बाद डेरा की गली पहुंची। सूत्रों के अनुसार टीम ने डेरा की गली से ही अपनी जांच शुरू की है। टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि पिछले दो वर्ष में एक ही सेक्टर में चार आतंकी हमलों में 20 से अधिक जवान बलिदान हो गए और आतंकियों का सुराग क्यों नहीं मिला।
HIGHLIGHTS
- पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा
- सुरक्षा एजेंसियों की एक उच्च स्तरीय टीम शनिवार दोपहर बाद डेरा की गली पहुंची
जागरण संवाददाता, राजौरी। पुंछ में सैन्य वाहनों पर हुए आतंकी हमले में बलिदान हुए चार जवानों में से तीन का रविवार को राजौरी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के तीन बलिदानियों के स्वजन राजौरी पहुंच चुके हैं, जबकि बिहार के बलिदानी के स्वजन नहीं आए हैं।
चारों बलिदानियों के पार्थिव शरीर को राजौरी में सेना के 150 जनरल अस्पताल में रखा गया है। यहां पर रविवार सुबह बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इसके बाद बलिदानियों का अंतिम संस्कार राजौरी में किस जगह और कितने बजे किया जाएगा, इसकी अभी तक सेना ने पुष्टि नहीं की है
बता दें कि बलिदानियों में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार के गौतम कुमार, उत्तराखंड के ही चमोली के बीरेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर के भाऊपुर गांव के लांस नायक चालक करन कुमार यादव और बिहार के नवादा जिले के रायफल मैन चंदन कुमार शामिल हैं।
दिल्ली व जम्मू से पहुंची उच्च स्तरीय जांच टीम
पुंछ हमले के बाद दिल्ली व जम्मू से सेना के उच्चाधिकारियों के साथ सुरक्षा एजेंसियों की एक उच्च स्तरीय टीम शनिवार दोपहर बाद डेरा की गली पहुंची। सूत्रों के अनुसार, टीम ने डेरा की गली से ही अपनी जांच शुरू की है। टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि पिछले दो वर्ष में एक ही सेक्टर में चार आतंकी हमलों में 20 से अधिक जवान बलिदान हो गए और आतंकियों का सुराग क्यों नहीं मिला। इसी क्षेत्र में हमलों के पीछे क्या कारण है। इस संबंध में अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। अभी यह टीम पुंछ में ही रुककर अपनी जांच आगे बढ़ाएगी।