राजस्थान से हिमाचल में नशा तस्करी के फॉरवर्ड लिंकेज में पांवटा साहिब का ट्रांसपोर्टर अरेस्ट

राजस्थान से 10 क्विंटल चूरा पोस्त की तस्करी की वारदात के फॉरवर्ड लिंकेज (forward linkage) में पांवटा साहिब के ट्रांसपोर्टर महबूब (बुलबुल) को गिरफ्तार किया गया है।

हाल ही में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ (CENTRAL BUREAU OF NARCOTICS) की टीम ने दवाइयों (Medicine) की आड़ में 10 क्विंटल चूरा पोस्त की तस्करी का पर्दाफाश किया था। ये कार्रवाई उदयपुर से भीलवाड़ा मार्ग पर की गई थी। टीम ने दवाइयों की पेटियों की आड़ में छिपा कर रखे गए 35 कट्टों को बरामद किया। इसमें 10 क्विंटल 42 किलोग्राम चूरा पोस्त बरामद हुआ। इस मामले में चालक असलम मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया।

ऐसा माना जा रहा है कि चालक ने ही पूछताछ में फॉरवर्ड लिंकेज में ट्रांसपोर्टर के नाम का खुलासा किया। साथ ही ये भी बताया कि खेप को हिमाचल (Himachal) के पांवटा साहिब ले जाया जा रहा था। बता दें कि ट्रक चालक (Truck Driver) को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। चूंकि बुलबुल की गिरफ्तारी पहली बार हुई है, लिहाजा स्थानीय स्तर पर भी खासी चर्चा है। नजरें इस बात पर भी टिकी हैं कि गिरफ्तारी के बाद बुलबुल द्वारा क्या खुलासे किए जाते हैं।

बड़ा सवाल ये भी है कि क्या सिरमौर में नशे के कारोबार को फलने-फूलने में आरोपी को सिस्टम से भी मदद मिल रही थी या नहीं। जानकारों का ये भी कहना है कि तस्करी कर लाए जा रहे चूरा-पोस्त को पावंटा साहिब में चार हजार रुपए प्रति किलो तक दाम मिल जाते हैं।

उधर, एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रमण मीणा ने पुष्टि करते हुए कहा कि राजस्थान के केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने कार्रवाई की है। एसपी ने कहा कि स्थानीय पुलिस भी अपने स्तर पर जांच कर रही है। आरोपी को सिस्टम से मदद की अटकलों को लेकर पूछे गए सवाल पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि फ़िलहाल इस पर टिप्पणी नहीं की जा सकती है। निष्कर्ष के बाद ही खुलासा किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि चित्तौड़गढ़ को अफीम का गढ़ माना जाता है, क्योंकि यहां बड़ी मात्रा में अफीम का उत्पादन होता है। इसी वजह से मादक पदार्थ की तस्करी भी बड़ी मात्रा में होने की संभावना रहती है। राज्य व केंद्र की एजेंसियां तस्करी को लेकर अलर्ट पर रहती हैं।

ऐसा भी बताया जा रहा है कि राजस्थान से आने वाले मादक पदार्थ का कारोबार पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी फैला हुआ है। ये अलग बात है कि असल बात केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की जांच के बाद ही सामने आएगी।