राजगढ़ 05 दिसंबर : पंजाब अंतर विश्वविद्यालय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में राजगढ़ क्षेत्र के बेटे अंकुश ने गोल्ड मेडल जीत कर प्रदेश और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। अंकुश बनोल्टा मूलतः राजगढ़ ब्लाॅक के धाली डिब्बर के निवासी है। इन दिनों शहीद कांशीराम भागों माजरा काॅलेज पटियाला से फिजिकल एजुकेशन में स्नातक डिग्री कर रहे है।
बीते दो दिसंबर को पटियाला के महाराणा भूपेन्द्र सिंह हजारी विश्वविद्यालय में संपन्न हुई अंतर विश्वविद्यालय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में अंकुश ने 71 से 75 किलोग्राम वजन में गोल्ड मेडल जीता कर अपने कॉलेज और माता पिता का नाम रोशन किया है। अंकुश के गोल्ड मेडल जीतने पर समूचे पझौता और रासूमांदर में खुशी का माहौल है। अब अंकुश का चयन ऑल इंडिया विश्वविद्यालय की खेल प्रतियोगिता के लिए हुआ है जहां पर वह बॉक्सिंग में अपने जौहर दिखाएंगे।
अंकुश ने अपनी प्राथमिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक पाठशाला धाली से, माध्यमिक डिब्बर से और 12वीं कक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला देवठी मझगांव से उत्तीर्ण की है । इसके उपरांत अंकुश ने स्नातक की परीक्षा डिग्री कॉलेज सोलन से हासिल की है। अपने विद्यार्थी जीवन में अंकुश ने ताईक्वाडों और बॉक्सिंग में प्रतियोगिता में अनेकों बार भाग लेकर पुरस्कार भी हासिल किए है।
अंकुश ने बताया कि वह व्यक्तिगत खेल में भाग लेना ज्यादा पसंद करते हैं। उन्होंने बताया कि बॉक्सिंग खेल की शुरुआत उन्होंने देवठी मझगांव स्कूल से आरंभ की है। जिसका श्रेय वह अपने शारीरिक शिक्षक कमलेश ठाकुर को देते हैं जिनकी प्रेरणा से उन्होने यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने बताया कि वैसे वह सभी खेलों में भाग लेते हैं परंतु बॉक्सिंग, ताईक्वाडों और किक बॉक्सिंग में उनकी बहुत रूचि है।
बता दें कि अंकुश के पिता सही राम बनोल्टा जल शक्ति विभाग में कार्यरत है और माता मंगेश बनोल्टा ग्रहिणी है। अंकुश के माता पिता बेटे की उपलब्धि पर अत्यंत प्रसन्न है। इनका कहना है कि अंकुश बचपन से ही काफी होनहार बालक रहा है और पढ़ाई के साथ-साथ हर प्रकार के खेलों में बढ़-चढ़ कर भाग लेता रहा है। पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने गोल्ड मेडल पाने पर अंकुश के माता पिता को बधाई दी है ।