Siwan News: सिवान के प्रोफेसर खुर्शीद आलम को आखिरकार अपने पद से इस्तीफा देना ही पड़ा। उनके एक सोशल मीडिया पोस्ट पर जिस तरह से बवाल मचा था, ऐसे में काफी समय से उन पर एक्शन की मांग हो रही थी। आखिर खुर्शीद आलम ने क्या कुछ लिखा अपनी पोस्ट में जिसे लेकर उनके पुतले जलाए गए। जानिए पूरा मामला।
शो-कॉज नोटिस पर बोले प्रोफेसर- मैं गलत नहीं
इस मामले को लेकर प्रोफेसर खुर्शीद आलम के खिलाफ सिवान के स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन भी किया। उन्होंने प्रोफेसर के खिलाफ नारेबाजी की। आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने राजनीति शास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर खुर्शीद आलम का पुतला दहन करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई होने तक शिक्षण कार्य का बहिष्कार शुरू कर दिया था। हालांकि, खुर्शीद आलम ने अपनी पोस्ट को लेकर सफाई में कहा कि मैं गलत नहीं हूं। अपने पोस्ट पर मैं कायम हूं।
विधायक ने की थी कार्रवाई मांग, अब इस्तीफा
पूरे मामले को लेकर गोरेयाकोठी के विधायक देवेशकान्त सिंह ने प्रोफेसर खुर्शीद आलम पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की बात की थी। उन्होंने खुर्शीद आलम के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की भी मांग की। हालांकि खुर्शीद आलम कहना था कि पाकिस्तान में अगर वंदे मातरम के नारे लगते हैं तो भारत में पाकिस्तान का झंडा उठाने पर क्या दिक्कत है। यह तो दोनो देशों को मिलाने की बात है। वहीं उन्हें यूनिवर्सिटी की तरफ से शो-कॉज नोटिस भेजा गया, जिसके बाद विवाद बढ़ता देख खुर्शीद आलम ने प्रोफेसर पद से इस्तीफा दे दिया।