अपने चार साल के बेटे की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार एआई स्टार्ट-अप की सीईओ सुचना सेठ को लेकर एक और खुलासा हुआ है। दरअसल, वह जिस टैक्सी में गोवा से कर्नाटक का सफर कर रही थी, उसके ड्राइवर से बात करने पर पता कि महिला पूरे सफर के दौरान काफी शांत थी।

‘एक शब्द भी नहीं बोला’

गुरुवार को उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में मीडिया से बात करते हुए, सेठ को पकड़ने में पुलिस की मदद करने वाले टैक्सी ड्राइवर रे जॉन ने कहा कि वह महिला शांत थी और 10 घंटे से भी लंबी इस यात्रा में उसने एक भी शब्द नहीं बोला।

सूचना सेठ (39) को सोमवार रात कर्नाटक के चित्रदुर्ग से गिरफ्तार किया गया, जब वह अपने बेटे के शव को बैग में भरकर टैक्सी में यात्रा कर रही थी और मंगलवार को गोवा लाई गई। मापुसा शहर की एक अदालत ने उसे छह दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

‘बैग बहुत ही ज्यादा भारी था’

महिला पर गोवा के कैंडोलिम स्थित एक सर्विस अपार्टमेंट में बच्चे की हत्या का आरोप है। जॉन ने कहा कि सर्विस अपार्टमेंट के कर्मचारियों ने सेठ के लिए उसकी टैक्सी बुक की थी। टैक्सी ड्राइवर ने कहा, “जब मैं सर्विस अपार्टमेंट पहुंचा, तो उन्होंने (सेठ) मुझे रिसेप्शन से टैक्सी तक अपना बैग ले जाने के लिए कहा। यह भारी था।”

ड्राइवर ने कहा, “मैंने उससे पूछा कि क्या हम बैग को हल्का करने के लिए उसमें से कुछ सामान निकाल सकते हैं, तो उसने मना कर दिया। हमें बैग को कार की डिग्गी तक खींचना पड़ा।” ड्राइवर ने कहा कि महिला को उत्तरी गोना के बिचोलिम शहर पहुंचने के बाद प्यास लगी, तो उसने बस मुझे पानी की बोतल लाने के लिए कहा था।

सड़क मार्ग से सफर करने पर दिया जोर

जॉन ने कहा कि जब वे सोमवार को बेंगलुरु जा रहे थे, तो कर्नाटक-गोवा सीमा पर चोरला घाट खंड पर काफी ट्रैफिक जाम था। पुलिस ने उनसे कहा कि ट्रैफिक क्लियर होने में कम से कम चार घंटे लगेंगे।

उन्होंने कहा, “मैंने समय बढ़ा-चढ़ाकर बताया और मैडम (सेठ) से कहा कि सड़क साफ करने में छह घंटे लगेंगे और सुझाव दिया कि हम वापस मुड़ सकते हैं और हवाई अड्डे की ओर जा सकते हैं, लेकिन उसने सड़क मार्ग से आगे बढ़ने पर जोर दिया।” इसकी वजह से उसे लगा कि कुछ गड़बड़ है।

 

काफी तलाश के बाद मिला पुलिस स्टेशन

टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि बाद में मुझे गोवा पुलिस से फोन आया और कहा कि उसके यात्री के बारे में कुछ संदिग्ध है। “कैलंगुट पुलिस ने मुझे पास के पुलिस स्टेशन की तलाश करने और उसे वहां ले जाने के लिए कहा। मैंने गूगल मैप और जीपीएस पर खोजने की कोशिश की, लेकिन आस-पास कुछ नहीं दिखा। मैंने टोल प्लाजा पर भी पुलिस वालों की तलाश की, लेकिन वहां कोई नहीं था।”

पुलिस के कॉल से घबराए टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि उसने सड़क किनारे एक रेस्तरां में रुकने के बहाने कुछ और समय बिताया। वहां उन्हें पता चला कि महज 500 मीटर की दूरी पर एक पुलिस स्टेशन है। उन्होंने कहा, “हम बेंगलुरु से डेढ़ घंटे की दूरी पर थे। मैं अय्यामंगला पुलिस स्टेशन (कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में) चला गया, जबकि कैलंगुट पुलिस का एक अधिकारी ने मुझे फोन किय था।”

महिला ने पुलिस के सामने कबूला जुर्म

जॉन ने कहा कि संबंधित निरीक्षक को बाहर आने में लगभग 15 मिनट लग गए, लेकिन मैडम शांत थीं और कार में बैठी थीं।” जॉन ने कहा, “पुलिस ने उसके बैग की तलाशी ली और उसमें बच्चे का शव मिला।” उन्होंने कहा, “जब पुलिस ने उससे पूछा कि क्या यह उसका बेटा है। उसने शांति से ‘हां’ कहा।”

पिता ने किया बेटे का अंतिम संस्कार

अधिकारियों के अनुसार, पश्चिम बंगाल की रहने वाली आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वह और उसका पति अलग हो चुके हैं और उनकी तलाक की कार्यवाही चल रही है। उन्होंने 6 जनवरी को अपने बेटे के साथ उत्तरी गोवा में सर्विस अपार्टमेंट में चेक इन किया था।

एक अधिकारी ने पहले कहा था कि दो दिन वहां रहने के बाद, उसने अपार्टमेंट के कर्मचारियों को बताया कि वह कुछ काम के लिए बेंगलुरु जाना चाहती है और उनसे टैक्सी की व्यवस्था करने को कहा। उसे टैक्सी यात्रा के दौरान गिरफ्तार किया गया था। बच्चे के पिता ने इंडोनेशिया से लौटकर बेटे का अंतिम संस्कार किया।