आजकल किचन गार्डनिंग का चलन है. हम पौधे अक्सर या तो नर्सरी से खरीद कर लगाते हैं, या फिर बीज बोकर, जबकि हवा को शुद्ध कर गंभीर बीमारियों से निजात दिलाते हैं ये 8 पौधे, लगते हैं खू़बसूरत कई पौधे बिना बीज के ही उगाए जा सकते हैं. आज इनमें से ही कुछ की हम बात करेंगे.
1. एलोवेरा
एलोवेरा एक ऐसा औषधीय पौधा है, जिसे महिलाएं हर घर में लगाना पसंद करती हैं. अगर आप एलोवेरा प्लांट को लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अब बीज खरीदने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इसे आप एलोवेरा के पत्तों से भी आसानी से उगा सकते हैं. सबसे पहले एक स्वस्थ, और बढ़ती हुई पत्ती को चुनें और उसे काटकर ताजगी से भरे गुदे में धर दें. फिर उसे ढेर सारी मिट्टी से ढक दें, जिसमें आप उसे उगाना चाहते हैं. इसे थोड़ी देर तक सूखने दें और फिर उसे धीरे-धीरे पानी दें. उसकी जड़ें अपना काम शुरू कर देंगी और कुछ हफ्तों में नए पत्तों की उत्पत्ति होगी.
2. स्नेक प्लांट
हवा को शुद्ध करने वाला यह पौधा एक ही कटिंग से विकसित हो जाता है. इसे आप मिट्टी या पानी में लगा सकते हैं. सबसे पहले आप एक पत्ते को लें, साफ़ करके इसे नीचे से सीधा काट लें. अब इस बड़ी पत्ती में से आप और एक-दो कटिंग कर सकते हैं. बस ध्यान रखें कि नीचे का हिस्सा कौनसा है.
फिर कोई छोटा/मध्यम आकार का गमला ले लें. गमले के तले में छेद होना चाहिए, जिस पर आप कोई कंकड़ या दिया रख दें, और इसमें पॉटिंग मिक्स भरें.अब इसमें पौधे से ली हुई कटिंग लगा दें. स्प्रे करके पानी दें. यह इंडोर प्लांट है तो इसे छांव वाली जगह पर ही रखें. इसकी पत्तियों को विकसित होने में एक महीने या इससे ज्यादा समय लग सकता है.
3. रबर प्लांट
रबर प्लांट एक खूबसूरत, और सदाबहार पौधा है, जिसे भी आप बीजों की बजाय इसकी पत्तियों को गमले में लगाकर अपने घर की सुंदरता को बढ़ा सकते हैं. अच्छी बात तो यह है कि इस पौधे से कमरे को ठंडा और तरोताजा रखने, और घर की हवा से अशुद्धियों को दूर करने में काफी मिलती है. इसके लिए आप एक मध्यम आकार का गमला लें. इसमें पॉटिंग मिक्स भरें और रबर प्लांट की पत्ती को लगा दें. ध्यान रहे कि हमेशा स्प्रे करके पानी दें. इसे रोशनी वाली जगह में रखें, लेकिन उस जगह सीधी धूप न पड़ती हो. इसे विकसित होने में 15 से ज्यादा दिन का समय लग सकता है.
4. मनी प्लांट
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर में हरा-भरा मनी प्लांट लगा हो तो धन की कभी कमी नहीं आती. वैसे अब कई लोग मनी प्लांट को वास्तु की बजाय अपने घर को खूबसूरत बनाने के लिए लगाते हैं.आप एक स्वस्थ और बढ़ती हुई पत्ती को चुनकर उसे एक मिट्टी वाले पात्र में रख सकते हैं. पानी देने के लिए, मिट्टी को भीगा दें और फिर उसे सूखने तक ध्यान से रखें.
5. पत्थर चट्टा
पत्थर चट्टा भी औषधीय पौधों की सूची में शामिल होता है. यह दिखने में अच्छा लगता है और स्वास्थ्य के लिए भी बहुत गुणकारी होता है. इसकी पत्तियों के किनारे पर छोटी-छोटी बड्स आती हैं. जिन्हें आप अगर गमले में ही डाल दें तो इनसे भी पौधे लग जाते हैं. सबसे पहले पत्ती की कटिंग लेकर इसे एक-दो दिन छांव में सूखा लें ताकि जहां से काटी गयी है, वह जगह सूख जाए.अब एक छोटा गमला लें, और इसमें पॉटिंगमिक्स भरें फिर कटिंग को लगाएं और स्प्रे करके पानी दें. ध्यान रहे कि पानी जरूरत के हिसाब से हो ताकि पत्ती गले नहीं कटिंग को विकसित होने में 15 से 20 दिन लग जाते हैं.
6. जेड प्लांट
जेड प्लांट सक्यूलेंट की किस्म है, और इसे पत्तियों से लगाना बहुत ही आसान है. सक्यूलेंट पौधों की कुछ प्रजातियां, सजावटी पौधों के तौर पर उपयोग में आती हैं, तो कुछ घर की हवा को शुद्ध करने में सहायक होती हैं. सबसे पहले आप जेड प्लांट की पत्तियां लें और इन्हें एक-दो दिन छांव में सुखाएं.अब किसी चौड़े कंटेनर को लें, जिसके तले में छेद हों. इसमें पॉटिंग मिक्स भर दें.
कंटेनर में पॉटिंग मिक्स भरने से पहले, छेद पर आप कोई पत्थर रख सकते हैं. पॉटिंग मिक्स भरने के बाद, आप पत्तियों को इसके ऊपर रख दें. इसके ऊपर से थोड़ा सा पानी स्प्रे कर दें. कंटेनर को ऐसी जगह रखें, जहां सीधी धूप न पड़े, लेकिन रोशनी अच्छी आती हो. पानी देते समय भी आपको ध्यान रखना है कि पानी बहुत ज्यादा न हो, क्योंकि ज्यादा पानी से पत्तियां गल जाएंगी.
7. अफ्रीकी वायलेट
ये कॉम्पैक्ट पौधे अपने नरम ग्रे-हरे पत्ते और भव्य बैंगनी खिलने के लिए प्रिय हैं, जो वसंत और गर्मियों के दौरान पॉप अप करते हैं. अफ्रीकी वायलेट को पत्तियों से उगाना बहुत आसान है. सबसे पहले एक स्वस्थ और बढ़ती हुई पत्ती को चुनें. पत्ती का आकार कम से कम 3-4 इंच लंबा होना चाहिए.
फिर एक बड़े साइज के गिलास में पानी डालें, और फिर एक छोटी सी प्लेट, या कटोरी का उपयोग करके उस पर पत्ती को रखें ध्यान रखें कि पत्ती पानी में नहीं डूबनी चाहिए. इस प्लेट के ऊपर से कुछ समय तक एक प्लास्टिक बैग या कवर डालें, जिससे आपकी वायलेट के जड़ों में नमी रहेगी. गिलास को धूप में रखें साथ ही वायलेट को नियमित रूप से पानी दें ताकि पत्तियां नमी रख सकें.
4 से 6 हफ्तों के बाद, आपकी वायलेट के पत्तों से नए पौधे उग जाएंगे. जब ये पौधे थोड़े बड़े हो जाएंगे, तो आप उन्हें एक अलग से पात्र में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं.
8. बेगोनिया
बेगोनिया एक लोकप्रिय घरेलू पौधा है, जो सूंदर फूलों और विविध रंगों के साथ अपनी शानदार फोलिएज के लिए जाना जाता है. इस पौधे का वैज्ञानिक नाम “Begonia” है और यह वास्तव में 1400 से भी अधिक विभिन्न प्रजातियों में से एक है. इसे भी पत्तीयों के द्वारा उगाया जा सकता है. सबसे पहलें एक स्वस्थ और बढ़ती हुई पत्ती का चयन करें. फिर पत्ती के नीचे के हिस्से से छोटे से छेद करें.
उसके बाद एक छोटे से पात्र में नमीदार मिट्टी या कोको पीठ डालें.पत्ती को बीच में से गुदा निकालने तक इस मिट्टी में धीमे से ढकें.मिट्टी को नमीदार रखें और ध्यान रखें कि इसे हमेशा नम रखें. साथ ही धूप और अधिक ठंड में बेगोनिया के पत्ते को रखें . 2-3 सप्ताह में, पत्ते के नए पौधे दिखने शुरू हो जाएंगे. इसके बाद, जब नए पौधे लगभग 2 इंच तक बढ़ जाएं, उन्हें एक अलग पात्र में लगाएं.
9. कोलियस
कोलियस पौधा एक बहुरंगी पौधा है जो पत्तों के रूप में खेते जाते हैं. इसके पत्ते आमतौर पर विविध रंगों और आकृतियों में होते हैं जैसे कि हरे, लाल, भूरे या सफेद. ये पत्ते बड़े होते हैं और धुंएदार रंगों और विविध आकृतियों के साथ अपनी खूबसूरतता के लिए जाने जाते हैं. इस पौधे को अंडमान ट्रॉपिकल द्वीप समूह, इंडोनेशिया और फिजी जैसे ट्रॉपिकल क्षेत्रों में पाया जाता है. इसे भी पत्तियों के द्वारा उगाया जा सकता है.
सबसे पहले कोलियस पौधे के पत्तों को छोटे टुकड़ों में काटकर नमी वाली मिट्टी में लगाया जा सकता है. उन्हें उम्बरदार जगह पर रखें जो धूप और छाया दोनों का प्रभाव प्रदान करती हो. कोलियस को स्थायी रूप से रखने के लिए उपयुक्त सुखी और ठंडी जगह पर रखें जो धूप और छाया दोनों का प्रभाव प्रदान करती हो. इस पौधे की देखभाल सबसे अधिक नमी वाली मिट्टी और नियमित तौर पर पानी देने के माध्यम से की जाती है