फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर निवेशकों के साथ ठगी कर रही क्यूएफएक्स कंपनी की महिला डायरेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह महिला डायरेक्टर मंडी जिला की ही रहने वाली बताई जा रही है। फॉरेक्स ट्रेडिंग स्कैम का मामला उजागर होने के बाद यह महिला भूमिगत हो गई थी। स्कैम के इस मामले में पुलिस की यह तीसरी गिरफ्तारी है। इससे पूर्व पुलिस ने इसी कंपनी से वित्तीय व तकनीकी कामकाज को संभाल रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि मामले से जुड़े मुख्य आरोपी विदेश फरार हो गए हैं। इन आरोपियों को भारत वापस लाने की पुलिस की जद्दोजहद जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार इस महिला डायरेक्टर को मंडी पुलिस ने कल्लू के भुंतर से बीते रविवार को गिरफ्तार किया है। पिछले दिनों से लगातार पुलिस कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी लेकिन इस महिला का कोई भी सुराग नहीं मिल रहा था। बीते रविवार को आखिरकार पुलिस ने इस महिला को कुल्लू जिला के भुंतर से दबोच लिया है। मंडी लाने के बाद इस महिला डायरेक्टर से पूछताछ जारी है और पुलिस मामले से जुड़े तथ्य जुटाने में जुट गई है।
बता दें कि फ्रॉड क्रिप्टो करेंसी के बाद पुलिस ने फ्रॉड फॉरेक्स ट्रेडिंग स्कैम का भंडाफोड़ किया है। क्यूएफएक्स नाम की इस कंपनी का नेटवर्क हिमाचल सहित 4 और अन्य राज्यों में फैला हुआ था। अभी तक इस कंपनी के तीन कार्यालय सील हो चुके हैं। यह कंपनी फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए ट्रेडिंग अधिकृत नहीं थी।
इसके लिए उनके पास जरूरी लाइसेंस नहीं थे। दो सालों में कंपनी में करीब 210 करोड़ रुपये पूंजी का निवेश हुआ था। इस पूरे खेल में करीब 70 करोड़ रुपये की ठगी होने का अनुमान जताया जा रहा है। हालांकि इसे लेकर भी पुलिस जांच कर रही है। ट्रांजेक्शन को खंगाला जा रहा है। मामले से जुड़े आरोपी योजनाबद्ध तरीके से ठगी को अंजाम देने में लगे हुए थे और फॉरेक्स ट्रेडिंग के अलावा अन्य माध्यमों को अपनाकर भी निवेश करवाने की तैयारी में थे।
इस मामले से जुड़े निवेशक खामोश बैठे हुए हैं और दस्तावेज होने का दावा कर रहे हैं। जबकि इस मामले में पुलिस जांच के दौरान कई खुलासे हो चुके हैं। एसपी मंडी सौम्या सांबशिवन ने इस महिला की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच पड़ताल जारी है और सभी तथ्यों को बारीकी से खंगाला जा रहा है