अभिनय के संसार में उसी की पहचान मजबूत होती है जिसके अभिनय में दम होता है. ऐसे कई अभिनेता/अभिनेत्रियां हैं जिन्हें हम उनके लुक की वजह से नहीं बल्कि उनके अभिनय की वजह से जानते हैं. इनमें से कई तो ऐसे भी हैं जिन्हें उनके विशेष रूप के किरदारों के लिए जाना जाता है. जैसे कि निरूपा रॉय का नाम आते ही हमें बॉलीवुड की चर्चित मां याद आती है. वहीं जीवन से लेकर रंजीत तक को याद करते हुए हमें एक विलेन नजर आता है.
हिंदी सिनेमा में अपना एक जाना पहचाना किरदार गढ़ने और साइड रोल से ही दर्शकों का दिल जीत लेने वाली अभिनेत्रियों में से एक खास नाम है फरीदा जलाल. निरूपा रॉय ने हिंदी सिनेमा में एक मां के रूप में जो पहचान शुरू की थी उसी पहचान को फरीदा जलाल ने आगे बढ़ाया और लगभग 30 फिल्मों में मां का किरदार निभाया.
कर चुकी हैं 200 से ज्यादा फिल्में
सन 1950 में दिल्ली में जन्मी फरीदा जलाल ने 1963 में अपने अभिनय सफर की शुरुआत की. 200 से भी अधिक फिल्में कर चुकी फरीदा जलाल की सिनेमा जगत में एंट्री एक टैलेंट हंट के द्वारा हुई थी. इस टैलेंट हंट में उन्होंने राजेश खन्ना के साथ भाग लिया था तथा इसे जीता भी था. इसके बाद इन्होंने अपनी पहली फिल्म के रूप में बतौर लीड ऐक्ट्रेस राजेश खन्ना के साथ फिल्म ‘तकदीर’ में काम किया. उस समय फरीदा जलाल ने ‘अराधना’ ‘बॉबी’ ‘मजबूर’ आदि जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया.
30 फिल्मों में निभाया मां का रोल
आवाज में मिठास और चेहरे पर दिल छू लेने वाली मासूमियत लिए फरीदा जलाल लगभग 50 साल से फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रही हैं. कभी हीरोइन, कभी बहन तो कभी मां जैसे किरदार निभा कर फरीदा जलाल ने हर तरह से दर्शकों का दिल जीता है. वैसे तो उनकी हर फिल्म में उनके अभिनय को पसंद किया गया लेकिन वह सबसे ज्यादा चर्चित रहीं अपने निभे मां के किरदारों के लिए. इन्होंने 1992 में आई फिल्म गर्दिश में पहली बार मां का किरदार निभाया था.फिल्म में जैकी श्रॉफ की मां की भूमिका निभाते हुए उन्होंने सबका दिल जीत लिया था. इसके इन्होंने 1994 में फिल्म ‘दुलारा’ में गोविंदा की मां का किरदार निभाया.
इसी तरह फरीदा जलाल ने 1994 में आई फिल्म ‘लाडला’ में अनिल कपूर, 1994 में आई फिल्म ‘क्रांतिवीर’ में नाना पाटेकर, 1995 में आई ‘वीरगति’ में सलमान खान, 1995 में आई चर्चित फिल्म ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में काजोल, 1996 में आई ‘दिलजले’ और ‘अजय’ में अजय देवगन तथा सनी देओल सहित कई फिल्मों में बड़े बड़े अभिनेता अभिनेत्रियों की मां का किरदार निभाया तथा लोगों के दिल में एक मां के रूप में बस गईं. एक मां के किरदार में फरीदा जलाल को अंतिम बार जवानी जानेमन में देखा गया था. 2020 में रिलीज हुई इस फिल्म में वह सैफ अली खान की मां बनी थीं.
मम्मो के लिए मिल फिल्मफेयर
साल 1994 में आई फिल्म मम्मो में निभे अपने किरदार के द्वारा फरीदा जलाल ने दर्शकों के दिल में अपनी जगह और पक्की कर ली थी. इस फिल्म के लिए फरीदा को बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवॉर्ड से नवाजा गया था. फिल्मों के अलावा टीवी जगत में भी फरीदा ने अपनी खास पहचान बनाई है. उन्होंने ये जो है जिंदगी, देख भाई देख, जीजी और जुजू तथा शरारत जैसे धारावाहिकों में अपने अभिनय का जादू चलाया था.
ऐसे हुई थी फिल्म जगत में एंट्री
बता दें कि फरीदा जलाल की फिल्मों में एंट्री 60 के दशक में रियलिटी शोज के जरिए हुई थी. फिल्मफेयर माधुरी के एक इवेंट में फरीदा जलाल हीरोइन तथा राजेश खन्ना हीरो को हीरो के रूप में पहला स्थान मिला था. इसी आयोजन में ताराचंद बड़जात्या भी मौजूद थे. उन्होंने फरीदा जलाल को देखते ही तकदीर फिल्म ऑफर कड़ी दी. राजेश खन्ना की इस फिल्म में फरीदा डैनी डेजोंगपा के साथ नजर आई थीं. दोनों का साथ में काफी पसंद भी किया गया था. वहीं अराधना फिल्म में फरीदा जलाल राजेश खन्ना के ऑपोजिट नजर आई थीं और उन्हें इस फिल्म में काफी पसंद भी किया गया था.