बवाना गांव के प्लॉट नंबर 8 डाकखाने के पास रहने वाले परिवार से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर मौसी ने महज 10 हजार रुपए के चोरी के शक में एक ढाई साल के बच्चे को पानी की टंकी में डालकर मार दिया। पुलिस ने बच्चे की मौत की जांच शुरू कर दी है।
हाइलाइट्स
- 10 हजार के चोरी के शक में मासूम की गई जान
- मौसी ने पानी की टंकी में डुबोया फिर PCR को कर दी कॉल
- सीसीटीवी से पकड़ में आई मौसी
पहले बच्चे को मारी फिर खुद ही पीसीआर को कॉल कर दिया
पुलिस अफसर के मुताबिक, 13 दिसंबर की शाम पौने छह बजे पुलिस को बवाना गांव के प्लॉट नंबर 8 डाकखाने वाली गली, रमेश नगर से एक ढाई साल के बच्चे आयुष के गायब होने की पीसीआर कॉल मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची। कॉलर महिला ने अपना नाम बसंती बताया। वह लापता बच्चे की मौसी लगती है। बसंती ने बताया कि बच्चा उसकी बहन रीना का है और वह उसे घर के बाहर रोता हुआ मिला था। वह उसे उसके माता-पिता के कमरे में छोड़कर आ गई थी। जब बच्चे की बड़ी बहन पहुंची तो बच्चा नहीं मिला। उसने पड़ोसियों को सूचित किया। इसके बाद उसने पीसीआर कॉल की थी। बच्चे को उसने और पड़ोसियों ने काफी तलाशने की कोशिश की थी, लेकिन बच्चा नहीं मिला था। उसे शक था कि बच्चे को कोई उठाकर ले गया है।
सीसीटीवी कैमरे से खुली पोल
पुलिस ने मामला दर्ज कर सबसे पहले घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। इसमें पता चला कि बसंती ही बच्चे को लेकर घर के अंदर गई थी। कुछ मिनट बाद ही बिना बच्चे के बाहर आ गई थी। इसके बाद उस कमरे में कोई नहीं गया। बंसती भी पुलिस और परिवार की आपस की बातें सुनती रही। वह बच्चे की मां और परिवार को भरोसा देती रही। पुलिस को बसंती पर शक होने लगा। उसकी निशानदेही पर घर में ही बनी पानी की टंकी से बच्चे का शव बरामद कर लिया। पूछताछ करने पर पता चला कि करीब बीस दिन पहले उसकी मां के दस हजार रुपये चोरी हो गए थे। इसका शक बच्चे के पिता विजय पर था। इसी शक पर कई बार विजय से झगड़ा हुआ। उसी का बदला लेने और परिवार को सबक सिखाने के लिए उसने बच्चे को मार डाला था।