देश के युवाओं के बीच चाय का स्टार्टअप शुरू करने का चलन काफी तेजी पर है. लोग नए नए आइडिया और अनोखे नाम के साथ चाय का स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं. MBA चायवाला के सफल प्रयोग के बाद से कई चायवाले स्टार्टअप सामने आए हैं. आज भी हम एक चाय स्टार्टअप की बात ही करने जा रहे हैं लेकिन इस चायवाले की सोच बहुत अलग है.
मिलिए डॉक्टर चायवाला से
ये कहानी है छत्तीसगढ़ के बस्तर में रहने वाले अशोक जायसवाल की. अशोक सरकारी अस्पताल के बाहर एक चाय की दुकान चलाते हैं. इनकी चाय की दुकान में खास बात है इस दुकान का नाम. MBA, ग्रेजुएट, MA आदि जैसे कई चायवालों/चायवालियों के बाद अशोक लाए हैं ‘डॉक्टर चायवाला’. इस दुकान की एक और सबसे खास ये है कि यहां चाय बेचने के साथ साथ आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद भी की जाती है. डॉक्टर चायवाला नामक इस चाय गुमटी पर जरूरतमंदों को मुफ्त में दवा मिलती है. इसके साथ ही इस दुकान पर गर्भवती महिलाओं को फ्री में दूध और गर्मपानी भी मिलता है.
आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक अशोक ने अपनी इस अनोखी दुकान के संबंध में बताया कि वह 2015 से शहर के महारानी अस्पताल के सामने चाय की गुमटी चला रहे हैं. डॉक्टर चायवाला के नाम से शहर भर में पहचान बनाने वाले 30 वर्षीय अशोक जयसवाल उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद के रहने वाले हैं. 2014 में रोजगार की तलाश में जगदलपुर आने वाले अशोक ने अस्पताल के सामने एक चाय की दुकान शुरू की. उनकी मेहनत ने रंग दिखाना शुरू किया और समय के साथ उनका कारोबार भी बढ़ता रहा.
अपनी कमाई से करते हैं जरूरतमंदों की मदद
आज स्थिति ये है कि अशोक चाय बेचकर महीने के 30 से 40 हजार रुपये कमा लेते हैं. अशोक अपनी इसी कमाई से पैसे बचा कर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद करते आ रहे हैं. अशोक की दुकान पर लगा एक बोर्ड वहां से गुजरने वालों को अपनी ओर आकर्षित करता है. इस बोर्ड पर उन्होंने लिखवाया है कि किसी भी प्रकार के जरूरतमंद मरीजों के लिए वह 1500 रुपये तक की दवा अपने खर्चे पर दिला देंगे. इसके साथ ही उन्होंने ये भी लिखा है कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए दूध के पैसे नहीं लेंगे.
अपने सेवाभाव के लिए शहर भर में मशहूर हैं अशोक
‘डॉक्टर चायवाला’ नाम के पीछे की कहानी बताते हुए अशोक कहते हैं कि बचपन में उनकी नानी उन्हें डॉक्टर कहकर पुकारा करती थी. बड़े होने पर वह डॉक्टर तो नहीं बन पाए लेकिन उन्होंने अपनी चाय की गुमटी का नाम डॉक्टर चायवाला रख लिया. चाय की गुमटी के साथ ही अशोक ने सार्वजनिक प्याऊ भी लगा रखा है, जिससे वहां आने वालों को पीने का पानी मिल जाता है.
अशोक का डॉक्टर चायवाला ठेला शहर भर में मशहूर है और लोग शहर के कोने-कोने से चाय पीने आते हैं. स्थानीय लोगों का अशोक के बारे में कहना है कि अशोक की चाय पीने की सबसे बड़ी वजह यह भी है कि वह आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद करता है. हर कोई उनके इस प्रयास की खूब सराहना करता है.
अशोक महारानी अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बना कर रखते हैं. वह उनसे निशुल्क दवाई वितरित करने के लिए पहले ही बता देते हैं. इसके बाद डॉक्टरों की सिफारिश पर अशोक गरीब और असहाय मरीजों को अपनी ओर से निशुल्क दवाई मुहैया करवा देते हैं.
(इंडिया टाइम्स हिन्दी की ऐ