ऊना, 31 दिसंबर : केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन मामले को लेकर किए गए कानूनी संशोधन के खिलाफ ऊना में ट्रक ड्राइवरों का आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। रविवार को ट्रक ड्राइवर्स ने अपने ड्राइविंग लाइसेंस सामने रखकर धरना प्रदर्शन किया।
दरअसल हड़ताल पर चल रहे सभी ट्रक चालकों को प्रशासन द्वारा लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी के बाद अब ड्राइवर वर्ग आर पार की लड़ाई के मूड में आ गया है। जिसके चलते तमाम ट्रक चालकों ने सरकार को ड्राइविंग लाइसेंस सौंपने की भी पेशकश कर डाली। हालांकि उन्होंने हिट एंड रन मामले को लेकर किए गए संशोधन को एक बार फिर गलत करार देते हुए इसे वापस लेने की मांग उठाई।
रविवार को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के डीजल और पेट्रोल ऊना टर्मिनल के बाहर ट्रक चालकों ने अपने ड्राइविंग लाइसेंस सामने रखकर धरना प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन द्वारा ट्रक चालकों के लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी देने के बाद ट्रक चालकों ने भी प्रशासन और सरकार को आंखें दिखाते हुए ड्राइविंग लाइसेंस वापस करने की पेशकश कर डाली है।
ट्रक चालक संघ के अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा कि सरकार द्वारा किया गया कानूनी संशोधन किसी भी तरह से ट्रक चालकों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जिला प्रशासन ट्रक चालकों के लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी देता है, जबकि दूसरी तरफ चालक ही अपने लाइसेंस सरकार को वापस करने का मन बना चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार यदि हिट एंड रन मामले को लेकर किए गए कानूनी संशोधन को यथावत जारी रखती है तब भी ट्रक चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। इस कानून के बने रहने से ट्रक चालकों को हर तरफ से नुकसान ही नुकसान होगा। यदि कोई ट्रक चालक किसी हादसे में फंसता है तो उसे नहीं भागने पर जनता मार डालेगी और भाग जाने पर 10 साल की सजा और सात लाख रुपए जुर्माना उसके पूरे परिवार को बर्बाद कर देगा।