अगर किसी को खेती-किसानी से जुड़ा स्टार्टअप शुरू करना हो तो सबसे पहली और बड़ी समस्या जमीन की आएगी. या तो इसके लिए खुद की जमीन होनी चाहिए, या फिर पट्टे पर लेनी पड़ेगी. ऐसे में बहुत से गरीब या मध्यवर्गीय लोगों के लिए ऐसा कोई भी स्टार्टअप आसान नहीं है. हां, लेकिन रामविलास जैसे लोग उनमें से हैं जो हर मुश्किल का हल आसानी से निकाल लेते हैं.
घर की छत पर ही शुरू कर दी खेती
हरियाणा, करनाल के बसंत विहार निवासी रामविलास ने भी अपने प्रकृति प्रेम के कारण कुछ ऐसा ही शुरू करने का मन बनाया था. ऐसे में जमीन उनके लिए सबसे बड़ी परेशानी हो सकती थी, लेकिन उन्होंने इसका हल निकालते हुए घर की छत को ही खेत मान इसे गार्डन में बदल दिया. उन्होंने मात्र कुछ गमलों में सब्जियां उगाना शुरू किया.
आज रामविलास अपने गार्डन में 4 हजार गमलों में देसी-विदेशी फल सब्जियां उगा रहे हैं. वह अपने अपने जैसे प्रकृति प्रेमियों के बीच इतने प्रसिद्ध हो चुके हैं कि उनकी इस अनोखी खेती को देखने के लिए उनके राज्य हरियाणा सहित यूपी, महाराष्ट्र, उत्तराखड़ तक से लोग आते हैं. इतना ही नहीं, रामविलास की खेती का डंका फ्रांस, इंग्लैंड सहित अन्य विदेशी मुल्कों में भी ब्याज चुका है.
8 गमलों से की शुरुआत
घर की छत पर गमलों में रासायन मुक्त सब्जियां उगाने वाले रामविलास अपनी इस अनोखी तकनीक के कारण 25 लाख लोगों से जुड़े हैं. रामविलास एक साधारण परिवार से संबंध रखते हैं. आज से 25 साल पहले उन्होंने घर की छत पर ही केवल 8 गमलों में सब्जियां उगाने की शुरुआत की थी. उनकी तकनीक और मेहनत ने उनके काम में उन्हें इतनी बरकत दी कि आज वह ऑर्गनिक तरीकों से 4 हजार गमलों में सब्जियां और फल उगा रहे हैं. रामविलास अपनी इस तकनीक को यूट्यूब के माध्यम से लोगों के साथ साझा करते हैं. उनके यू-टयूब चैनल पर करीब 25 लाख लोग जुड़ चुके हैं.
रामविलास लगभग हर तरह की मौसमी सब्जी उगाते हैं. उनके घर में ही सब्जी, फल और फूलों के अनगिनत पौधे हैं. एक तरफ जहां कहा जाता है कि कलर शिमला मिर्च सिर्फ पोली हॉउस में ही उगाई जा सकती है. वहीं रामविलास इस बात को नकारते हुए कहते हैं कि वह इसे घर की छत पर रखे गमलों में भी उगा उगा सकते हैं.
4 हजार गमलों में कर रहे खेती
रामविलास के मुताबिक उन्होंने घर पर सफेद बैंगन, मुंगफली, केला, पपीला सहित बेर, अमरूद, चीकू और ऐसे ही अनगिनत प्रकार के फल-सब्जी ऑर्गनिक तरीकों से उगाए हैं. उनके उगाए गए फल सब्जियों का स्वाद बाजार से मिल रही सब्जियों से बिल्कुल अलग है.
नेचुरल तरीके से उगी ये सब्जियां खाने में पौष्टिकता से तो भरपूर हैं ही इसके साथ पर्यावरण के लिए भी ये लाभदायक हैं. स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित हो रही ये सब्जियां और फल पेड़ों के सूखे पत्ते, किचन से निकले गीले कचरे आदि से खाद बना कर उनकी मदद से उगाई जाती हैं.