कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि जो लोग बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करते हैं, उन्हें भारत की अवधारणा को परिभाषित करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. कांग्रेस ने साथ ही कहा कि राष्ट्रपिता को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि ‘सच्चाई और सद्भाव की लौ’ को ‘नफरत की आंधी’ में बुझने न दिया जाए.
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘हम हमारे राष्ट्र के नैतिक संरक्षक बापू को शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हमें उन लोगों के खिलाफ लड़ने की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए जो समभाव और सर्वोदय पर आधारित उनके आदर्शों को नष्ट करना चाहते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘आइए, हम ‘अनेकता में एकता’ वाले भारत की रक्षा के लिए हर संभव कोशिश करें और अपने लोगों के बीच न्याय, समानता और भाईचारा सुनिश्चित करें.’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ‘एक्स’ पर लिखा, ‘आज ही के दिन नफ़रत और हिंसा की विचारधारा ने देश से उनके पूज्य बापू को छीना था और आज वही सोच उनके सिद्धांतों और आदर्शों को भी हमसे छीन लेना चाहती है लेकिन नफरत की इस आंधी में, सत्य और सद्भाव की लौ को बुझने नहीं देना है. यही गांधी जी को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी.’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ’76 साल पहले आज ही के दिन नफ़रत फ़ैलाने वाली शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी. उन्हें याद करने के लिए आज सुबह बिहार के अररिया में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के शिविर स्थल पर प्रार्थना सभा आयोजित की गई.’ उन्होंने कहा, ‘उस विचारधारा और उसे मानने वालों के ख़िलाफ़ हमारी लड़ाई जारी रहेगी, जिन्होंने महात्मा गांधी के जीवनकाल में तो उनका विरोध किया, उन्हें नकारा और अंत में उनकी हत्या की लेकिन अब उनकी विरासत को हथियाने का प्रयास कर रहे हैं.’ रमेश ने यह भी कहा, ‘जो लोग गोडसे का महिमामंडन करते हैं, उन्हें भारत की अवधारणा को परिभाषित करने की इजाज़त न तो दी जानी चाहिए और न ही दी जाएगी.’ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 1948 में नाथूराम गोडसे ने हत्या कर दी थी.