क्या आपके साथ भी ऐसा हुआ है कि आपकी गाड़ी झांसी में चल रही हो और चालान दूसरे शहर में कटा हो। अक्सर ऐसा होता नहीं है, मगर नोएडा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। प्रारंभिक जांच में दोनों गाड़ियों का नंबर एक ही मिला है।
दोनों गाड़ियां अलग-अलग ब्रांड की है। अब सवाल यह है कि दो गाड़ियों का एक नंबर प्लेट कैसे हो सकती है। इस मामले में नोएडा के सेक्टर-49 थाने में शिकायत दी गई है। दूसरी गाड़ी किसकी थी, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
अभिषेक सोनी 6 दिसंबर को अपनी गाड़ी लेकर झांसी के लिए रवाना हुए। उन्हें एक शादी समारोह में शामिल होना था। करीब छह दिनों तक वह रिश्तेदारों के साथ शादी समारोहों का आनंद लेते रहे। उन्हें पता नहीं था कि उनकी गाड़ी का नंबर का चालान हो गया है। उनके पैरों के नीचे से जमीन उस समय खिसक गई, जब उन्हें पता चला कि उनके कार के नंबर की दूसरी गाड़ी भी यूपी-नोएडा में दौड़ रही है। जिस कार का चालान हुआ, वह उनका नहीं था।
ठीक उसी नंबर की कार यमुना एक्सप्रेस पर ओवरस्पीड होकर दौड़ रही थी। दूसरी गाड़ी की तस्वीर कैमरों में कैद हो गई। उनकी कार का चालान 8 दिसंबर को हुआ था, उस समय वह झांसी में थे। उनकी गाड़ी भी झांसी की सड़कों पर चल रही थी। अभिषेक का कहना है कि उन्हें चिंता दूसरी गाड़ी के नंबर को लेकर है। कही इसका दुरुपयोग तो नहीं हो रहा है।
अभिषेक ने बताया कि उन्हें फोन पर 14 दिसंबर को एम-परिवहन से चालान आया। नोटिस में बताया गया है कि यमुना एक्सप्रेस वे पर ओवर स्पीड के कारण उनका 2000 रुपये का चालान काटा गया है। साथ ही उन्हें तीन दिन के भीतर चालान की राशि जमा करने की हिदायत दी गई है।
अभिषेक भागे-भागे नोएडा के सेक्टर-49 थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को अपनी गाड़ी के पेपर दिखाए। उन्होंने पुलिस को फास्ट टैग से कटी रकम का स्टेटमेंट भी दिखाया और इस मामले में तहरीर दी। थाना प्रभारी ने उन्हें बताया कि वह मामले की छानबीन करेंगे, अगर कुछ गलत मिला तो मुकदमा दर्ज करेंगे।