2024 में देशभर में आम चुनाव और ओड़िशा में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव के मद्देनज़र ओड़िशा में राजनैतिक हलचल भी तेज़ हो गई है. पुरी के जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोलने पर राजनैतिक गहमा-गहमी चल रही है. ओड़िशा के कैबिनेट में एक और बड़ा उलट-फेर देखने को मिला. एक IAS अफ़सर (who is IAS VK Pandian?) ने VRS लिया और अगले ही दिन उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया गया.
वीके पांडियान को कौन सा रोल दिया गया?
The Hindu
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 1.5 दशक से वीके पंडियान ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पट्टनायक के सेक्रेटरी थे. उन्होंने VRS (Voluntary Retirement Scheme) या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और अगले ही दिन उन्हें मंत्री बना दिया गया. पांडियन को 5T (Transformation Initiatives) का अध्यक्ष बनाया गया है और वो सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेंगे.
कौन हैं पूर्व IAS VK Pandian?
मूल रूप से तमिलनाडू के निवासी हैं वीके पांडियान. 2000 बैच के ओड़िशा कैडर के IAS अफ़सर हैं वीके पांडियान. बताया जाता है कि वो नवीन पट्टनायक के काफ़ी करीब हैं. उन्होंने 2002 में धर्मगढ़, ज़िला कालाहांडी के कलेक्टर के रूप में करियर की शुरुआत की. अपने क्षेत्र में उन्होंने किसानों के हक के लिए आवाज़ उठाई.
पांडियान को लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकेडमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन में भी कई बार बुलाया गया. यहां उन्होंने डिफ़ेंस फ़ोर्सेज़ और एडमिनिस्ट्रेटर्स को लेक्चर दिया.
नक्सलवाद को रोकने के लिए उठाए कदम
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2005 में उन्हें मयूरभंज का ज़िलाधिकारी बनाया गया. ज़िले में उन्होंने नक्सल गतिविधियों की रोकथाम के लिए काफ़ी काम किया. उनके काम की मिसालें दी जाने लगी. 2007 में उन्हें गंजम का कलेक्टर बनाया गया.
PWD वर्कर्स के पुनर्वास के लिए पांडियान को भारत के राष्ट्रपति से नेशनल अवॉर्ड भी मिला है. उनके PWD वर्कर्स के मॉडल को पूरे देश में लागू किया गया. PWD वर्कर्स की आवाज़ बनने के लिए उन्हें ‘Hellen Keller Award’ से भी सम्मानित किया गया है. गंजम कलेक्टर रहते हुए उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय से उन्हें नेशनल अवॉर्ड फॉर वर्किंग फॉर पर्सन्स विद AIDS अवॉर्ड भी दिया गया.
प्रधानमंत्री से उन्हें दो बार सर्वश्रेष्ठ ज़िला के लिए नेशल अवॉर्ड फॉर NREGS पुरस्कार से सम्मानित किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गंजम कलेक्टर रहते हुए पांडियान पट्टनायक के विश्वासपात्रों में से एक बने.
2011 से वो ओड़िशा के मुख्यमंत्री के प्राइवेट सेक्रेटरी हैं.
पांडियान पर विपक्षी पार्टियों ने उठाया सवाल
वीके पांडियान भी विवादों से अछूते नहीं हैं. विपक्षी पार्टियां ने उन पर ‘राजनैतिक पावर का गलत इस्तेमाल’ करने के आरोप लगाए हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने स्टेट हेलीकॉप्टर से ओड़िशा के 30 ज़िलों का दौरा किया. विपक्षी दलों का आरोप है कि ये बीजू जनता दल के लिए इलेक्शन रैली थी. ज़िलों के दौरे के उद्देश्य पर भी सवाल उठाए गए.