कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है Vitamin D की कमी, इन लक्षणों से करें पहचान
सेहतमंद रहने के लिए शरीर में सभी पोषक तत्वों की पूर्ति होना काफी जरूरी है। विटामिन डी (Vitamin D) इन्हीं जरूरी पोषक तत्वों में से एक है जो न सिर्फ हमारे शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्य्थ को भी बेहतर बनाता है। ऐसे में शरीर मे इसकी कमी होने पर कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आप इन लक्षणों से इसकी कमी की पहचान कर सकते हैं।
HIGHLIGHTS
- सेहतमंद करने के लिए शरीर में सभी पोषक तत्वों का होना बेहद जरूरी है।
- विटामिन डी इन्हीं जरूरी पोषक तत्वों में से एक है।
- इसकी कमी से कई समस्याएं हो सकती हैं,आप इन संकेतों से पहचान कर सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से पूरे उत्तर भारत में ठंड का सितम जारी है। कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की वजह से लोगों का घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया है। इतना ही नहीं कुछ दिनों से तो घने कोहरे की वजह सूरज तक देखने को नहीं मिला है। ऐसे में लोग कंपकंपाती ठंड में धूप के लिए तरस रहे हैं। सर्दियों में धूप न सिर्फ हमें ठंड से राहत देती है, बल्कि यह विटामिन डी (Vitamin D) का एक बढ़िया सोर्स भी होती है। हालांकि, ठंड में पर्याप्त धूप न मिल पाने के कारण विटामिन डी की कमी होने लगती है।
विटामिन डी शरीर के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण विटामिन है, जो आपके मूड को अच्छा करता है, अच्छी नींद सुनिश्चित करता है और आपके स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह आपकी हड्डियों को मजबूत रखने के लिए कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फेट जैसे अन्य जरूरी मिनरल के साथ काम करता है। इसलिए इस विटामिन की या कमी आपके स्वास्थ्य में हानिकारक प्रभाव डाल सकती है। इसकी कमी से कैंसर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों हो सकती हैं। ऐसे में आप कुछ लक्षणों की मदद से इसकी कमी की पहचान कर समय रहते गंभीर नतीजों से बच सकते हैं। आइए जानते हैं विटामिन डी की कमी के कुछ प्रमुख लक्षणों के बारे में-
मूड में बदलाव और डिप्रेशन
विटामिन डी हमारे मूड को रेगुलेट करने में काफी अहम भूमिका निभाता है। शरीर में इसकी कमी का सीधा असर हमारे मूड पर दिखाई देता है। अध्ययनों की मानें तो विटामिन डी की कमी डिप्रेशन समेत मनोदशा संबंधी विकारों से जुड़ी हुई है।
कमजोर इम्युनिटी
शरीर में अपर्याप्त विटामिन डी हमारी इम्युनिटी को भी कमजोर कर सकता है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। इस विटामिन की कमी से विभिन्न बीमारियों के खिलाफ शरीर की सुरक्षा कमजोर हो सकती है और नतीजतन बार-बार संक्रमण हो सकता है।
घाव भरने में देरी
अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर अक्सर किसी घाव या चोट को ठीक होने में सामान्य से ज्यादा समय लग सकता है। अपर्याप्त विटामिन डी का लेवल शरीर के घावों को प्रभावी ढंग से ठीक करने की क्षमता में बाधा डाल सकता है।
थकान और कमजोरी
थकान और मांसपेशियों की कमजोरी विटामिन डी की कमी के बड़े चेतावनी संकेत हैं। इस विटामिन के अपर्याप्त स्तर की वजह से लगातार थकान हो सकती है और मांसपेशियों की ताकत कम हो सकती है, क्योंकि यह ऊर्जा मेटाबॉलिज्म और मांसपेशियों के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हड्डी में दर्द और ऑस्टियोपोरोसिस
कैल्शियम अब्जॉर्प्शन के लिए विटामिन डी काफी जरूरी है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन डी और कैल्शियम की कमी से हड्डियों में दर्द हो सकता है और गंभीर मामलों में, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
बालों का झड़ना
विटामिन डी बालों के पोर्स की वृद्धि और विकास में अहम भूमिका निभाता है। कई अध्ययनों ने खून में विटामिन डी के निम्न स्तर को टेलोजन एफ्लुवियम, एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया, एलोपेसिया एरीटा और ट्राइकोटिलोमेनिया जैसी सामान्य बालों के झड़ने की स्थितियों से जोड़ा है।