केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और सत्तारूढ़ वाम मोर्चा के बीच तनाव गुरुवार को भी जारी रहा, जब वह नए साल में सत्र के पहले दिन अपने पारंपरिक संबोधन के लिए राज्य विधानसभा पहुंचे. राज्यपाल ने भाषण का केवल आखिरी पाराग्राफ पढ़ा. भाषण 60 पेज से अधिक का था. दोनों सार्वजनिक स्थान पर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं और यह गुरुवार को भी जारी रहा जब खान विधानसभा पहुंचे.
हालांकि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनकी पार्टी ने खान का स्वागत किया, लेकिन खान और विजयन को छोड़कर सभी मुस्कुरा रहे थे. विजयन ने जब गुलदस्ता खान को सौंपा, उन्होंने तुरंत इसे अपने सहयोगी को दे दिया और चेहरा बना कर विधानसभा के अंदर चले गए. उन्होंने कहा कि सदन को संबोधित करते हुए उन्हें खुशी हो रही है. उन्होंने कहा, ‘अब, मैं अंतिम पैराग्राफ पढ़ने जा रहा हूं…’
आखिरी पैराग्राफ पढ़ने के बाद, खान वहां से चले गए. जब वो सदन से जा रहे थे, उस वक्त भी खान और विजयन ने एक-दूसरे की ओर नहीं देखा. इंतजार कर रहे मीडिया ने जब राज्यपाल से इसका कारण पूछा तो उन्होंने हाथ जोड़ लिए और कार में बैठकर चले गए. नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन ने विधानसभा का अनादर करने के लिए खान की आलोचना की.
सतीसन ने कहा, ‘ऐसा नहीं होना चाहिए था.’ विपक्ष के उपनेता पी.के. कुन्हालीकुट्टी ने कहा कि सब कुछ एक झटके में खत्म हो गया और विधानसभा का मजाक उड़ाया गया. कुन्हालीकुट्टी ने कहा, ‘हम उनका स्वागत करने के लिए इंतजार कर रहे थे, लेकिन उन्होंने हमारी तरफ देखा ही नहीं.’
केरल विधानसभा सत्र शुरू
बता दें, 15वीं केरल विधानसभा का 10वां सत्र आज से शुरू हुआ है. यह सत्र आज से शुरू होकर 27 मार्च तक कुल 32 दिनों के लिए है. वहीं, वित्त मंत्री केएन बालगोपाल 5 फरवरी को राज्य का बजट पेश करेंगे. इस दौरान तमाम विधेयक भी पेश किए जाएंगे.