क़ासिम सुलेमानी की मज़ार के पास धमाकों में 103 लोगों की मौत के बाद ईरान में आज राष्ट्रीय शोक घोषित
ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के जनरल रहे क़ासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर हो रहे समारोह में धमाकों से मरने वालों की संख्या 103 तक पहुंच गई है. वहीं, 141 लोग घायल हैं.
करमन प्रांत में हुए इन धमाकों को ईरान ने ‘आतंकवादी हमला’ बताया है.
ये विस्फोट करमन में क़ासिम सुलेमानी की मौत की चौथी बरसी के दौरान हुए.
3 जनवरी, 2020 को बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी.
7 जनवरी, 2020 को उनके अंतिम संस्कार समारोह के दौरान भीड़ के कारण 56 लोग मारे गए और दफ़नाना स्थगित कर दिया गया.
ईरान के सबसे ताक़तवर नेता- सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई – के बाद अगर ईरान में किसी को दूसरा सबसे ताक़तवर शख़्स समझा जाता था तो वह जनरल क़ासिम सुलेमानी ही थे.
ईरान की न्यूज़ एजेंसी इरना ने बताया है कि करमन धमाकों के बाद देश में गुरुवार को राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. साथ ही करमन प्रांत में तीन दिनों का शोक मनाया जाएगा.
इरना की ख़बर के अनुसार ईरान की संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग और विदेश नीति समिति ने इस हमले के सभी पहलुओं की जांच के लिए अपना एक प्रतिनिधिमंडल करमन प्रांत भेजने का फ़ैसला किया है.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि धमाके के बाद लोगों की मदद में लगे तीन पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई. वहीं, कुछ अन्य मीडिया सूत्रों के हवाले से इरना ने लिखा है कि हमले में चार पुलिसकर्मियों की जान गई है.
करमन मेडिकल इमरजेंसी सेंटर के प्रमुख शहाब सालेही ने कहा कि विस्फोटों का कारण ‘दो बम विस्फोट’ थे.
करमन के मेयर सईद शेरबाफ का कहना था कि दोनों विस्फोट ’10 मिनट’ के अंतर पर हुए थे.
ईरानी न्यूज़ एजेंसी तस्नीम के मुताबिक, बमों को दो बैगों में रखा गया था और दूर से विस्फोट किया गया.