हिमाचल में गर्मी के कारण जंगल सूख रहे है। अब सूखे जंगल आग लगने की वजह से धधकने लगे है। लाखों करोडों की वन संपदा स्वाह हो रही है। ऐसा ही नजारा कसौली के जंगलों में देखने को मिल रहा है। जहां आग जम कर अपना रौद्र रूप दिखा कर तांडव करती नजर आ रही है जिस कारण, वनों में रह रहे जंगली जीव भी, इस आग की भेंट चढ रहे हैं। जंगलों में आग सडकों से बेहद दूर लग रही है जहां दमकल विभाग चाहते हुए भी पहुंच नहीं पा रहा है और आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल हो गया है। अब यह आग कसौली में धीरे-धीरे आबादी की ओर बढ रही है। जिसकी वजह से क्षेत्र वासी दहशत में है। वह अपने स्तर पर आग बुझाने में लगे है।
भयभीत ग्रामीण दिवेश कश्यप ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि यह कल सुबह गढख़ल के जंगलों में आग लगी थी और रात होते होते इस आग ने भयंकर रूप ले लिया। अगर इस आग पर विभाग समय रहते काबू पा लेता तो यह आग घरों के करीब न पहुंच पाती। अब यह आग लगातार घरों के करीब पहुंच रही है। जिसकी वजह से गाँव में दहशत का माहौल देखा जा रहा है। सभी गाँव के लोग जंगल में जा कर आग बुझाने में लगे है। विभाग द्वारा भी इस आग को बुझाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन उनकी सभी कोशिशें नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस आग पर जल्द काबू पाएं। ताकि उनके घर और खेत सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि पहले सरकार द्वारा चीड की पत्तियों को इकट्ठा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता था और गांववासियों को रोज़गार भी मिल जाता था। लेकिन अब सरकार ने पत्तियों को एकत्र करना बंद कर दिया है जिसकी वजह से आग अब अधिक फैलने लगी है।