स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि वर्तमान समय में प्राकृतिक कृषि के साथ-साथ उन्नत कृषि ही किसानों की आर्थिकी को बेहतर बनाने का उचित माध्यम है। डॉ. शांडिल सोमवार को इंडियन फार्मर अलाइन्स (आईफा) द्वारा कृषि और सहायक कार्यों पर आधारित संगोष्ठी एवं उन्नत किसान, सफल किसान सम्मान समारोह में विभिन्न राज्यों से आए किसानों को सम्बोधित कर रहे थे।
डॉ. शांडिल ने कहा कि वर्तमान समय में प्राकृतिक खेती के माध्यम से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाया जा सकता है वहीं उपभोक्ताओं को सुरक्षित कृषि उत्पाद उपलब्ध करवाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस दिशा में संगठित होकर योजनाबद्ध कार्य किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि देश की 80 प्रतिशत भूमि में कृषि की जाती है। किसान कृषि उत्पादन के लिए दिन-रात मेहनत करते है। उन्होंने कहा कि किसान की दशा और दिशा सुधारने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं आरम्भ की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं का चरणबद्ध तरीके से समाधान करने का हर सम्भव प्रयास कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमें जल संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान तथा भविष्य की कृषि एवं अन्य मांग को पूरा करने के लिए जल की एक-एक बूंद का सदुपयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के माध्यम से तैयार फसल को अच्छा मूल्य मिलता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक कृषि के माध्यम से तैयार उत्पादों के लिए विपणन व्यवस्था बनाई जानी जरूरी है।