अस्पतालों में बढ़ी जुखाम-बुखार के मरीजों की संख्या, नहीं करवाए जा रहे कोविड टैस्ट

 जोनल अस्पताल मंडी में इन दिनों सर्दी-जुखाम-बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। रोजाना जोनल हास्पिटल की सामान्य ओपीडी में 40 से 50 प्रतिशत मरीज इसी शिकायत के साथ पहुंच रहे हैं। लेकिन ऐसे मरीजों के अब किसी भी प्रकार के कोविड टेस्ट नहीं करवाए जा रहे हैं।

सीएमओ मंडी डॉ नरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि मौसम परिवर्तन के साथ इस प्रकार के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन यह सामान्य सर्दी-जुखाम-बुखार है जिसे कोरोना नहीं कहा जा सकता। वैसे भी अब कोरोना महामारी नहीं रही है। इसलिए यदि किसी मरीज की गंभीर मेडिकल हिस्ट्री है और उसकी इम्यूनिटी कमजोर है तो ऐसी स्थिति में ही कोविड टेस्ट करवाया जा रहा है। सीएमओ मंडी ने लोगों से कोविड के नियमों का पालन करने की अपील की है।

जोनल अस्पताल मंडी के चिकित्सक डॉ. दुष्यंत ठाकुर ने बताया कि सामान्य दिनों के मुकाबले सर्दी, जुखाम, बुखार और खांसी के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है। यह सब मौसम में बदलाव के कारण हुआ है जोकि सामान्य बात है। इस प्रकार के मामलों को कोरोना के साथ नहीं जोड़ा जा सकता। इसलिए मरीजों को सामान्य दवाईयां दी जा रही हैं जिससे वे ठीक भी हो रहे हैं। कोविड टेस्ट काफी कम करवाए जा रहे हैं।

अस्पताल में उपचार के लिए आए मरीज भी बिना किसी संकोच के अपना उपचार करवाने के लिए आ रहे हैं। उपचार करवाने आए शालिग्राम राजू ने बताया कि इससे पहले ऐसे लक्षणों पर सीधे कोविड का टेस्ट करवाया जाता था और इस कारण बहुत से लोग अस्पताल ही नहीं आते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता।

ज्ञात रहे कि गत वर्ष तक कोरोना महामारी के कारण ऐसे लक्षण होने पर बहुत से लोग अस्पताल ही नहीं जाते थे और यदि जाते भी थे तो उनका कोविड टेस्ट होता था जिसमें अधिकतर लोग पॉजिटिव पाए जाते थे। लेकिन अब कोविड टेस्ट नाममात्र भी नहीं करवाए जा रहे