डिजिटल डेस्क, पटना। Ayodhya Ram Mandir 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस खास कार्यक्रम के लिए तैयारियों जोरों-शोरों से जारी है। देश के तमाम दिग्गज नेताओं और हस्तियों को रामलला प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। हालांकि, इस पर राजनीति भी हो रही है। कांग्रेस की टॉप लीडरशिप ने प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर दिया है। वहीं, अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निमंत्रण प्राप्त हुआ है।

जनता दल यूनाइटेड के दिग्गज नेता केसी त्यागी ने बृहस्पतिवार को समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “नीतीश जी को मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष के नाते निमंत्रण प्राप्त हुआ है। नीतीश जी को अभी इस पर फैसला लेना है और उनके फैसले से हम आपको अवगत करवाएंगे।”

नीतीश के फैसले का इंतजार…

बता दें कि नीतीश कुमार की जनता यूनाइटेड भी इंडी गठबंधन की सदस्य है। वहीं, इंडी गठबंधन की मुख्य पार्टी कांग्रेस रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएगी। ऐसे में नीतीश कुमार के फैसले का सभी को इंतजार है।

कांग्रेस ठुकरा चुकी निमंत्रण

गौरतलब है कि राम मंदिर उद्घाटन को भाजपा और आरएसएस का कार्यक्रम बताते हुए कांग्रेस ने अयोध्या में होने वाले भगवान राम लला के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं – मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी – ने अयोध्या में भव्य कार्यक्रम के निमंत्रण को ‘अस्वीकार’ कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होने के अयोध्या जाएंगे। मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, यह समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों की अवधि में आयोजित किया जाएगा।